- 55 साल बाद एक बार फिर से दोनों देशों के बीच होने वाला है जल्द डायरेक्ट फ्लाइट का ऑपरेशन
- दूसरी तरह पीओके में नए साल में ज्यादा आतंकी ट्रेनिंग कैंप खोलने की कवायत
- लश्कर के आतंकी जुटे है दिन रात नए आतंकी कैंप बनाने में
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस का पाकिस्तान प्रेम अब खुलकर सामने आ गया है। 1971 में आजादी मिलने के बाद से ही बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच सीधी फ्लाइट का संचालन नहीं था, लेकिन अब 55 साल बाद एक बार फिर से दोनों देशों के बीच जल्द डायरेक्ट फ्लाइट का ऑपरेशन शुरू होने वाला है, वो भी मोहम्मद यूनुस के बदौलत।बांग्लादेश में हिंसा के बीच मोहम्मद यूनुस मिस्र के दौरे पर भी गए थे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की थी। 1971 के युद्ध के बाद से बंद पड़ी है सेवा:
गौरतलब है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच फ्लाइट ऑपरेशन पटरी पर आना, जो दोनों देशों के रिश्तों में आए पॉजिटिव डेवलपमेंट का बड़ा संकेत है। ढाका और कराची के बीच सीधी उड़ानें जनवरी 2026 से शुरू होने की उम्मीद है, जिसकी ऐलान पाकिस्तानी राजदूत ने की है. 1971 के युद्ध के बाद से बंद पड़ी इस सेवा को बहाल करने की कोशिशें हाल के वर्षों में तेज हुई हैं, खासकर जब दोनों तरफ राजनीतिक हलचल ने पुराने घावों को भरने का मौका दिया। अभी पाकिस्तान-बांग्लादेश के बीच कैसे होती है यात्रा?
रविवार को ढाका में पाकिस्तान के राजदूत इमरान हैदर ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच सीधी फ्लाइट्स जल्द ही हकीकत बनेंगी. अभी तक यात्रियों को दुबई या दोहा जैसे मध्यस्थ हवाई अड्डों के रास्ते सफर करना पड़ता था, जो न सिर्फ समय लेने वाला था बल्कि महंगा भी. अब इससे व्यापार, पर्यटन और लोगों के आपसी रिश्तों को नई गति मिलेगी. यह कदम ऐसे समय पर आया है जब बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के जाने के बाद नई हुकूमत ने पड़ोसी मुल्कों के साथ रिश्ते सुधारने पर जोर दिया है। वही दूसरी ओर
पीओके से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। ऑपरेशन सिंदूर का मारा मसूद अजहर नई साजिश के साथ नव वर्ष में प्रवेश की प्लानिंग कर रहा है। ताकि दुनिया में डर का माहौल हो। ताकि जिहाद से दुनिया कांप उठे। उसकी योजना है कि ज्यादा से ज्यादा आतंकवादियों की भर्ती की जाए, युवाओं को आतंकवादी बनाया जाए और पढ़े-लिखे लोगों का ब्रेनवॉश किया जाए। उसकी प्लानिंग है ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को भर्ती करो।युवाओं को आतंकी बनाओ।पढ़े-लिखे लोगों का ब्रेनवॉश करो। ये ट्रेंड आपने पिछले कुछ दिनों में देखा भी होगा।नए साल में भी ऐसी ही तैयारी है। मसूद के मंसूबे हैं कि धर्म के नाम पर कट्टरता फैलाओ। सबसे बड़ी बात आतंकी महिलाओं का दस्ता बनाओ। छोटे बच्चों को चलता-फिरता बारूद बना दो. ऐसी भी तैयारी है। आतंकी शिविरों का ताबड़तोड़ कंस्ट्रक्शन करो। ये सिर्फ दावे नहीं, सिर्फ जानकारी नहीं है बल्कि ये वो तथ्य है जो कई वीडियो के जरिए सामने आ रहे हैं।
पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी कैंप बनाए जा रहे हैं। कंस्ट्रक्शन का काम तेजी से चल रहा है। सही मायने में ये कंस्ट्रक्शन नहीं डिस्ट्रकशन की तैयारी है।लश्कर के आतंकी दिन रात नए आतंकी कैंप बनाने में जुटे हैं. यही इनकी नए वर्ष वाली तैयारी है। लश्कर का चीफ हाफिज सईद जो इस वक्ता पाकिस्तान में है, पाकिस्तान का VIP मेहमान है वो अपने आतंकियों की फौज को इसी तरह बढ़ा रहा है। नए साल के लिए भी ऐसी ही तैयारियां चल रही हैं। मसूद का इरादा धर्म के नाम पर कट्टरपंथ फैलाना है। सबसे अहम बात यह है कि वह महिला आतंकवादियों का एक दस्ता बनाने और छोटे बच्चों को चलते-फिरते बम बनाने की योजना बना रहा है। ऐसी तैयारियां भी चल रही हैं। आतंकवादी कैंपों का तेज़ी से निर्माण हो रहा है। ये सिर्फ दावे या जानकारी नहीं हैं, बल्कि इसके कई वीडियों भी सामने आ चुके हैं।विनाशक पटकथा लिख रहे जैश-LeT
PoK में आतंकवादी कैंप बनाए जा रहे हैं। निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। जबकि असलियत में यह निर्माण नहीं बल्कि विनाश की तैयारी है। दूसरी तरफ लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी नए आतंकवादी कैंप बनाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। यह नए साल के लिए उनकी तैयारी है। लश्कर प्रमुख हाफ़िज़ सईद, जो इस समय पाकिस्तान में है और पाकिस्तानी सरकार का VIP मेहमान है, इस तरह से अपनी आतंकवादियों की सेना बढ़ा रहा है।तेजी से की जा रही आतंकियों की भर्ती
सबसे अहम बात यह है कि पाकिस्तानी सरकार इस पर आंखें मूंदे हुए है। कहानी यहीं खत्म नहीं होती; लश्कर-ए-तैयबा ने PoK में अपने महिला विंग को भी एक्टिव कर दिया है। अब्दुर रऊफ़, रिज़वान हनीफ और अबू मूसा सहित टॉप नेता नफरत भरी विचारधारा फैला रहे हैं। वे आतंकवादियों की भर्ती में लगे हुए हैं।कैंप में पढ़ाई जाएगी आतंक की ABCD
ऐसी भी खबरें हैं कि ये कैंप ISI की सुरक्षा और निर्देशन में बनाए जा रहे हैं। यहां आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जाएगी, उनके दिमाग में नफ़रत का ज़हर भरा जाएगा और उन्हें आतंकवादी हमलों के लिए तैयार किया जाएगा। जैश-ए-मोहम्मद टेरर क्लास चला रहा है। लोगों को बुलाया जा रहा है और उन्हें नफ़रत भरी बातें सिखाई जा रही हैं।
पीओके में और क्या कुछ चल रहा है?
शुक्रवार को बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों की एक बड़ी भीड़ जमा हुई। चर्चा नए साल की योजनाओं पर हुई। सवाल यह है कि क्या किसी बड़े आतंकवादी हमले की साजिश रची जा रही है। पूरी कहानी यह है कि जैश-ए-मोहम्मद 1 जनवरी से एक ट्रेनिंग कैंप आयोजित करने जा रहा है। यह आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में सात दिनों तक चलेगा। ट्रेनिंग मीरपुर के एक कैंप में होगी।जानिए कहां बनाए जा रहे ट्रेनिंग कैंप?: फोकस नए आतंकवादी कैंप बनाने पर होगा। लोअर दीर और जिहाद-ए-अक्सा में आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप बनाए जा रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि जैश ने अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए अपनी पब्लिक रैलियां बढ़ा दी हैं। सब जानते हैं कि पाकिस्तान में रहने वाले मसूद अजहर के लिए 2025 का साल अच्छा नहीं रहा। उसके हेडक्वार्टर तबाह हो गए। उसके परिवार के सदस्य मारे गए। उसके कई आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तानी सरकार भी सिर्फ़ बयानबाजी और खोखले वादों तक सीमित रह गई। यही वजह है कि अब वह एक बड़ी साजिश में शामिल है।दहशत में हैं आर्मी चीफ आसिम मुनीर: मुसीबत सिर्फ पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों के लिए ही नहीं है, बल्कि वहां के शासकों के लिए भी चुनौतियां काफी बड़ी हैं। पाकिस्तान के आर्मी चीफ, आसिम मुनीर, बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर सोते हैं। नई जानकारी से पता चलता है कि ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि मुनीर की हत्या उसी तरह की जाएगी जैसे पूर्व पाकिस्तानी सैन्य तानाशाह जनरल जिया-उल-हक की हुई थी। यह दावा लंदन से किया गया था। इस धमकी से पूरे देश में दहशत फैल गई है।
जिया-उल-हक जैसा होगा मुनीर रा हाल : पूरी कहानी यह है कि ब्रिटेन के ब्रैडफोर्ड में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर एक विरोध प्रदर्शन हो रहा था। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान, एक महिला ने मुनीर के खिलाफ कार बम से हमले की धमकी दी, और इस धमकी का वीडियो वायरल हो रहा है। इस धमकी से पाकिस्तान डरा हुआ है। महिला प्रदर्शनकारी ने कहा कि मुनीर को कार बम से उड़ा दिया जाएगा। आसिम मुनीर का हश्र भी जिया-उल-हक जैसा ही होगा। यह ध्यान देने वाली बात है कि जिया-उल-हक की मौत एक विमान दुर्घटना में हुई थी, जो आज भी एक रहस्य बना हुआ है। महिला प्रदर्शनकारी की धमकी के बाद, पाकिस्तान ने ब्रिटेन के अधिकारियों से औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि यह हिंसा भड़काने जैसा है। इस्लामाबाद मुनीर की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। यह भी कहा गया है कि इस शिकायत के हर शब्द में मुनीर का डर साफ झलक रहा है।(बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा की रिपोर्ट )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/