दुनिया के मशहूर फुटबॉलर लियोनेल मेसी इस समय भारत के टूर पर हैं। उनके कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुए कार्यक्रम में काफी अफरा-तफरी मच गई थी। जिसको लेकर राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर खराब व्यवस्था के आरोप लगाए जा रहे हैं। ऐसे में अब ममता बनर्जी के भतीजे और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने अपनी सरकार बचाव किया है, और इसके लिए उन्होंने कुंभ मेले में हुई भगदड़ और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में हुए हादसे का उल्लेख किया। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि देश में हुए अन्य इसी तरह की घटनाओं की तुलना में राज्य प्रशासन ने तेजी एवं जवाबदेही के साथ काम किया। उन्होंने बीजेपी सरकार द्वारा अतीत की घटनाओं से निपटने के तरीके की भी जमकर आलोचना की। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बीजेपी की ढुलमुल रवैए के चलते कई लोगों की जान चली गई थी।
ममता बनर्जी की तारीफ में कही ये बात: अभिषेक बनर्जी ने मेसी के कार्यक्रम के दौरान स़ॉल्ट लेक स्टेडियम में हुई अराजकता को कंट्रोल करने के मामले में ममता बनर्जी की सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक घंटे के भीतर ही माफी मांगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया। ‘सबके खिलाफ हो रहा एक्शन’
मेस्सी के गोट इंडिया टूर के दौरान कोलकाता में हुई अव्यवस्था को लेकर जब अभिषेक बनर्जी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “इस सरकार के शासनकाल में कुंभ मेले में इतने लोग मारे गए और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई। बंगाल में घटना के एक घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री ने माफी मांग ली। सबके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसीलिए बीजेपी हारती है, और तृणमूल कांग्रेस हर बार उसे हरा देती है।”
खेल मंत्री ने दिया है इस्तीफागौरतलब है कि अभिषेक बनर्जी की ये टिप्पणी बंगाल के खेल मंत्री अरूप बिस्वास के इस्तीफे के बाद आई है, जिन्होंने हाई प्रोफाइल आयोजन के दौरान हुए कुप्रबंधन की नैतिक जिम्मेदारी ली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इसका इस्तीफा स्वीकार लिया। खेल मंत्रालय का कार्यभार अब खुद ममता बनर्जी ने ही संभाल लिया है।सवाल उठता है कि ममता बनर्जी के इतने करीबी होने के कारण त्याग पत्र देना पड़ा या जबरन हटाया गया। बताया जा रहा है कि अरूप बिस्वास पर विपक्ष का दबाव लगातार बढ़ रहा था. आइए जानते हैं कि आखिर उन्होंने इस्तीफा देने की वजह क्या बताई?
क्यों दिया बिस्वास ने इस्तीफा?
बंगाल से खेल मंत्री अरूप बिस्वास यह कर राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यह फैसला कोलकाता में आयोजित मशहूर फुटबॉलर लियोनल मेसी से जुड़े एक कार्यक्रम में हुए बवाल के बाद लिया गया. कार्यक्रम के दौरान अव्यवस्था, भीड़ नियंत्रण में विफलता तोड़फोड़ की घटनाओं को लेकर सरकार प्रशासन की तीखी आलोचना हुई. इसी दबाव के बीच अरूप बिस्वास ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपा. उन्होंने यह कहकर इस्तीफा दिया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
निष्पक्ष जांच के लिए पद छोड़ा
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अरूप बिस्वास ने स्पष्ट किया कि वे इस पूरे मामले की निष्पक्ष स्वतंत्र जांच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अपने पद से हट रहे हैं. उनका कहना है कि मंत्री पद पर बने रहने से जांच की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, इसलिए उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस पत्र को सार्वजनिक किया सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के सामने रखा.
प्रशासनिक अधिकारियों पर गिरी गाज
इस घटना के बाद केवल राजनीतिक स्तर पर ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक महकमे में भी सख्त कार्रवाई देखने को मिली है. पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कुमार, बिधाननगर के पुलिस आयुक्त (CP) मुकेश कुमार युवा मामले एवं खेल विभाग के प्रधान सचिव राजेश कुमार सिन्हा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इन अधिकारियों से पूछा गया है कि कार्यक्रम के दिन अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में कथित लापरवाही क्यों हुई.
DCP के खिलाफ विभागीय कार्रवाई
इतना ही नहीं, कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा कानून-व्यवस्था में चूक को लेकर DCP अनीश सरकार (IPS) के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. सरकार का मानना है कि भीड़ प्रबंधन सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर खामियां रहीं, जिनका खामियाजा कार्यक्रम में अफरा-तफरी तोड़फोड़ के रूप में सामने आया.
SIT गठित, जांच तेज
मामले की गहराई से जांच के लिए चार वरिष्ठ IPS अधिकारियों-पीयूष पांडे, जावेद शमीम, सुप्रतिम सरकार मुरलीधर-की एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई है. यह टीम पूरे घटनाक्रम, प्रशासनिक तैयारियों जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका की जांच करेगी.
राजनीतिक प्रशासनिक संदेश
अरूप बिस्वास का इस्तीफा उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई यह संकेत देती है कि राज्य सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है. आने वाले दिनों में जांच के नतीजे तय करेंगे कि इस घटना के लिए आखिरकार कौन जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
सरकार ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
वहीं मेसी इवेंट में हुए बवाल को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है. ये नोटिस प्रदेश के डीजीपी राजीव कुमार, बिधाननगर के सीपी मुकेश कुमार युवा मामले एवं खेल विभाग के प्रधान सचिव राजेश कुमार सिन्हा को भेजा गया है.
वहीं अपने कर्तव्यों जिम्मेदारियों में कथित लापरवाही के लिए डीसीपी अनीश सरकार (आईपीएस) के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है. वहीं कार्यक्रम के कुप्रबंधन उचित संचालन में चूक के लिए पश्चिम बंगाल के पूर्व बाल एवं बाल विकास सचिव (कार्यकारी) (सेवानिवृत्त) देब कुमार नंदन की सेवाएं तत्काल प्रभाव से वापस ले ली गई हैं.
ये अधिकारी करेंगे मामले की जांच
बता दें कि ममता सरकार ने मेसी इवेंट बवाल मामले की गहन जांच के लिए एक खास टीम का गठन किया है. इसके तहत आईपीएस अधिकारियों पीयूष पांडे, जावेद शमीम, सुप्रतिम सरकार मुरलीधर की एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। ( बंगाल से अशोक झा की रिपोर्ट )
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