प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को संसद परिसर में पश्चिम बंगाल के भारतीय जनता पार्टी के संसदों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने राज्य की वर्तमान स्थितियों को देखते हुए पार्टी को जनता के साथ अपने रिश्ते मजबूत बनाने पर जोर दिया।
बीजेपी अभी से अपनी रणनीति बनाने में जुट गई है. इसी कड़ी में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के बीजेपी सांसदों से संसद भवन में मुलाकात की. इस मुलाकात में पीएम मोदी ने सांसदों से राज्य में कड़ी मेहनत करने को कहा है. इससे यह साफ़ हो गया है कि बीजेपी का अब अगला फोकस बंगाल है, जहां पार्टी आज तक सरकार नहीं बना पाई है. जिसके लिए बीजेपी का तंत्र पूरी तरह से एक्टिव हो चुका है।
उल्लेखनीय हो कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा की कुल सीटें 294 है. यहां बहुमत का आंकड़ा 148 है. राज्य में इस समय तृणमूल कांग्रेस की सरकार है. जबकि भारतीय जनता पार्टी मुख्य विपक्षी दल है। बीजेपी बंगाल में कमल खिलाने की कोशिश में लंबे समय से लगी है. प्रधानमंत्री मोदी के साल 2014 में पीएम बनने के बाद से बीजेपी का जीत का क्रम लगातार चलता जा रहा है. पार्टी ने उन राज्यों में भी सरकार बनाई, जहां कभी उसकी सरकार नहीं बनी, लेकिन बंगाल फतह करने का बीजेपी का सपना अभी तक अधूरा है।
पिछले अगर 4 चुनावों को देखे तो बीजेपी का वोट शेयर बंगाल में तेजी से बढ़ा है. साल 2006 के विधानसभा चुनाव में बंगाल में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला था, बीजेपी का वोट शेयर मात्र 2 प्रतिशत था. लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का बंगाल में वोट शेयर बढ़कर 38 प्रतिशत हो गया. मतलब कि 15 साल में बीजेपी ने बंगाल में अपना वोट शेयर 36 प्रतिशत बढ़ाया है।
2021 के चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में जीती 77 सीटें:
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में बीजेपी ने 77 सीटों पर जीत हासिल की थी. यह पहला मौका था, जब पार्टी ने दहाई के आंकड़े को पार किया. साल 2014 जब से PM मोदी केंद्र की सता में आए हैं तब से बीजेपी ने राज्य में 28 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाया है.लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को लगा था झटका: आंकड़े बता रहे हैं कि बीजेपी का ग्राफ बंगाल में बढ़ रहा है और इसलिए पीएम के साथ सांसदों की मीटिंग महत्वपूर्ण हो जाती है. लोकसभा चुनाव में भी पार्टी ने अपना प्रदर्शन अच्छा किया लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. साल 2019 से 2024 में 6 सीटों का नुकसान हुआ और वोट शेयर में 1.56 प्रतिशत की गिरावट आई.देखना होगा किस करवट बैठेगा बंगाल का सियासी ऊंट: अगले साल बंगाल में होने वाला विधानसभा चुनाव टीएमसी और बीजेपी दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. सवाल है कि ममता बनर्जी चौथी बार मुख्यमंत्री बन पाएंगी या बीजेपी राज्य में अपनी सरकार बनाने में सफल हो पाएगी. बंगाल के चुनाव को लेकर राज्य की राजनीति जोर पकड़ती जा रही है. अब देखना इस बार बंगाल का सियासी ऊंट किस करवट बैठता है।
उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार को काउंटर करते हुए लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनता के बीच जाना होगा। उन्होंने साल 2026 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर सांसदों से बात की। उन्होंने विस्तृत प्रेजेंटेशन तैयार करने और पूरी जमीनी तैयारी करने के निर्देश दिए। इसके साथ केंद्र की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनता को बताने के भी निर्देश दिए। प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बाद भाजपा सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शामिक भट्टाचार्य ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री ने भाजपा सांसदों के साथ बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने सांसदों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारियों में जुट जाना चाहिए। इसके साथ सांसदों को सोशल मीडिया पर सक्रिय रह कर केंद्र की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने सांसद खगेन मुर्मु के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाजपा सांसद खगेन मुर्मु पर हुए हमले जैसी घटनाओं को जनता के बीच ठीक से रखें, ताकि लोग समझ सकें कि तृणमूल कांग्रेस की तरफ से किस तरह की हिंसा हो रही है। शामिक भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों के साथ-साथ जनभागीदारी बढ़ाने पर भी ध्यान देने को कहा है। उन्होंने खेल महोत्सव, सोशल मीडिया कैंपेन जैसे तरीकों को जनता से जुड़ने के लिए प्रभावी बताया। ( अशोक झा की रिपोर्ट )
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