- पीएम मोदी का वहां जाने का मतलब है तपती रेत पर बर्फ का पसर जाना 
- सुना लोगों के दु: ख दर्द की बयां, कई बार हुए भावुक, कहा आपने साहस को प्रमाण 
हिंसा से प्रभावित मणिपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दौरे पर पहुंचे थे। उनका दौरा यहां के लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा था। कई ऐसी तस्वीरें सामने आई है जिससे विपक्ष असहज हो गया है। पहले पीएम मोदी के मणिपुर नहीं जाने के लिए  कोसते थे अब वही लोग अब कह रहे है गए तो इतने देर से क्यों गए। विपक्ष के सभी बातों का जवाब यहां लोगों में आए उत्साह ही दे रहा है। यहां के लोग खासकर के बच्चे और युवा कैसे मोदी के फैन है। पीएम हिंसा के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित शहर चुराचांदपुर और इंफाल पहुंचे। यह प्रधानमंत्री का मई 2023 के बाद राज्य का पहला दौरा था, जब कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसक टकराव हुआ था। उस हिंसा में 250 से अधिक लोग मारे गए, 1,000 से ज्यादा घायल हुए और करीब 60,000 लोग विस्थापित हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने चुराचांदपुर के पीस ग्राउंड स्थित राहत शिविरों में हिंसा पीड़ितों से संवाद किया। भारी बारिश के चलते उन्हें इंफाल हवाई अड्डे से चुराचांदपुर तक लगभग 65 किलोमीटर की सड़क यात्रा करनी पड़ी। चुराचांदपुर, जो कुकी बहुल क्षेत्र है, हिंसा का मुख्य केंद्र रहा था। यहां स्थानीय लोगों ने पीएम मोदी का पारंपरिक जोमी शॉल और थाडौ कुकी शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। एक बच्ची ने प्रधानमंत्री को उनका पोर्ट्रेट भी भेंट किया। इस दौरान उन्होंने चुराचांदपुर में ₹7,300 करोड़ और इंफाल में ₹1,200 करोड़ से ज्यादा की विकास परियोजनाओं की शिलान्यास और उद्घाटन किया।पीएम मोदी के मणिपुर दौरे की खास तस्वीरें सामने आई हैं। जहां एक तरफ प्रधानमंत्री ने बुजुर्गों को प्रणाम किया तो बच्चों को दुलार करते हुए उनसे बात करते हुए नजर आए।प्रधानमंत्री जब मणिपुर के चूड़ाचांदपुर पहुंचे तो छोटे-छोटे बच्चों ने पीएम मोदी का अलग अंदाज में उनका स्वागत किया। बच्चों ने गुलदस्ता, स्केच देकर मणिपुरी टोपी भी पहनाई।
पीएम मोदी ने चूड़ाचांदपुर में रैली के दौरान कहा- मणिपुर में मई, 2023 में हिंसा भड़कने के बाद PM मोदी का यह पहला दौरा है। मणिपुर, मां भारती के मुकुट पर सजा मुकुट रत्न है। इसलिए हमें मणिपुर की विकासवादी छवि को निरंतर मजबूत करना है। पीएम मोदी ने कहा-मणिपुर में किसी भी तरह की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। ये हिंसा हमारे पूर्वजों और हमारी भावी पीढ़ी के साथ भी बहुत बड़ा अन्याय है। इसलिए हमें मणिपुर को लगातार शांति और विकास के रास्ते पर आगे लेकर जाना है और मिलकर जाना है। प्रधानमंत्री ने कहा- नेताजी सुभाष ने मणिपुर को भारत की आजादी का द्वार कहा था। इस मिट्टी ने अनेक वीर बलिदानी दिए हैं। हमारी सरकार, मणिपुर के ऐसे हर महान व्यक्तित्व से प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ रही है। PM मोदी जैसे मणिपुर के इंफाल पहुंचे तो कॉलेज छात्रों ने भारतीय तिरंगा लहराते हुए मोदी मोदी के नारे लगाए। पीएम ने भी बच्चों का अभिवादन किया। ( पूर्वोत्तर से अशोक झा की रिपोर्ट )
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