मैं हूं लक्ष्मी अरोरा। मैं उस यूपी के जिले की हूं जिसको लेकर एक कहावत मशहूर है बस्ती को बस्ती कहूं तो काको कहूं उजाड़। जौनपुर की जीजीआईसी में प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद पिताजी ने जब शादी की तो सपने में भी नहीं सोचा था कि कभी लंदन घूमने जाऊंगी।
पति के साथ घूमने के दिन में कम्पनी बाग में मकान में संघर्ष के पथ पर दोनों बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के इंतजाम में ही जुटी रही। बेटों के साथ उनको पढ़ाने के लिए कितना संघर्ष किया,इसको शब्दों में बखान करूं तो आंखों से आंसू छलक पड़ते हैं। बच्चों की पढ़ाई को लेकर किया संघर्ष प्रभु की कृपा से सफल हुआ। बच्चों की पढ़ाई के लिए संघर्ष के लिए समय भी यह नहीं सोचा था कि कभी विदेश घूमने का मौका मिलेगा। बच्चों की पढ़ाई सफल होने के बाद बेटा अंकित सीए की पढ़ाई करने के बाद उसको पीडब्यूसी में जॉब मिल गई। अंकित की शादी नेहा शर्मा से हुई। आज बेटे-बहू लंदन में है। बड़ा बेटा दिल्ली के होटल ताज में हैं। बेटों की पढ़ाई सफल होने के बाद नौकरी दोनों को मिलते ही संंषर्ष का पथ सुख की राह में बदलने लगा। लंदन में बेटे-बहू लगातार मुझे बुला रहे थे, कई बार टिकट भी भेजा लेकिन निजी कारणों से दौरा कैंसिल भी करना पड़ा। बेटों के नौकरी लगने के बाद बस्ती में भी टिफिन सर्विस प्रारंभ कर दिया। यह बिजनेस अच्छा चल रहा है।
टिफिन सर्विस में भोजन की गुणवत्ता से लेकर जायके के कारण मुझे जिंदगी में बहुत पहचान मिली। टिफिन् सर्विस के बाद समाजसेवा प्रारंभ किया। समाज सेवा संग अपनी जिंदगी में बच्चों की जिद पर पहली बार नवंबर 2019 में बच्चों के साथ लंदन गयी। दूसरी बार 2023 में गयी तो चार महीने रही। 2024 जून में फिर लंदन गयी। 2025 मार्च में गयी तीन महीने रही। लंदन की पहली बार सैर करने से अब तक कहां-कहां घूमीं, आप मेरे साथ रोमिंग जर्नलिस्ट के ब्लॉग पर घूमने के साथ तस्वीरों में उन खूबसूरज जगहों का दीदार भी कर लक्ष्मी की लंदन डायरी में कर सकते हैं। क्रमश:
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