- कहा, अपना पहना उत्तरी पहनाए जाने से नाराज है अधिकारी
- भाजपा नेता ने की बंगाल की जनता से माफी मांगने की मांग
बंगाल की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ विधायक शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर महान समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर का अपमान करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ममता बनर्जी ने बुधवार को झाड़ग्राम में पदयात्रा के दौरान विद्यासागर की प्रतिमा पर अपना पहना हुआ उत्तरीय डालकर न केवल विद्यासागर, बल्कि संपूर्ण बंगाली समाज और भाषा का अपमान किया है। अधिकारी ने इसका वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने गले में पहना हुआ उत्तरीय उतारती हैं और थोड़ी दूर जाकर विद्यासागर की प्रतिमा पर उसे पहना देती हैं। शुभेंदु अधिकारी ने अपने बयान में रवींद्रनाथ ठाकुर के उस विचार का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने विद्यासागर को बंगाल का 'एकक' व्यक्तित्व बताया था, जिनका कोई समकक्ष नहीं था। ठाकुर ने लिखा था कि "हमारे इस अपमानित देश में ईश्वरचंद्र जैसे अटूट पुरुषार्थ के आदर्श का जन्म कैसे हुआ, यह हम नहीं कह सकते।" अधिकारी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने "काक-कोकिल" को मिलाने जैसा अनुचित प्रयास कर विद्यासागर के प्रति अनादर दिखाया।
अधिकारी ने सवाल उठाया कि किसी भी महान विभूति की प्रतिमा पर इस तरह अपना पहना हुआ वस्त्र चढ़ाना क्या भारतीय संस्कृति के अनुरूप है? उनके अनुसार, ममता बनर्जी खुद को सबके ऊपर मानती हैं और बंगाल के महान व्यक्तित्वों के प्रति आदरभाव नहीं रखतीं। उन्होंने कहा कि विद्यासागर ने बंगला लिपि को सुधारकर इसे सरल और तार्किक बनाया था, जिससे यह भाषा आम लोगों तक पहुंची, और उनकी प्रतिमा के साथ ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की। साथ ही तंज करते हुए कहा कि अगर उत्तरीय या माल्यार्पण के लिए पैसे नहीं थे, तो बिना वस्त्र चढ़ाए भी श्रद्धांजलि दी जा सकती थी, लेकिन खुद को सबसे बड़ा दिखाने के लिए जो किया गया, वह भारतीय परंपरा के विपरीत है। ( बंगाल से अशोक झा की रिपोर्ट )
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