उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश ISIS कनेक्शन की जांच शुरू -
DGP राजीव कृष्ण का बयान -
UPP की कार्रवाई में देश के 6 राज्यों से 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो कम उम्र की लड़कियों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण के नेटवर्क में शामिल थे,
आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया -
आगरा से दो लड़कियों के लापता होने के बाद जांच में इस रैकेट का खुलासा हुआ,यह नेटवर्क PFI, SDPI और पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ हो सकता है और इसका ISIS जैसा सिग्नेचर स्टाइल सामने आया है..
गिरफ्तार युवती की AK-47 के साथ सोशल मीडिया पर फोटो भी मिली है, जो आतंकी प्रशिक्षण की ओर इशारा करती है,इस कार्रवाई में ATS, STF व अन्य राज्यों की एजेंसियां भी शामिल की गई हैं,गिरफ्तार आरोपी: गोवा, कोलकाता, मुजफ्फरनगर, देहरादून, जयपुर और दिल्ली से जिनमें बदले नामों और पहचान के साथ धर्मांतरण कराने वाले मॉड्यूल्स सक्रिय थे !!
एसाल्ट क्लाशनिकोव 47 लिए हुए बुर्काधारी महिला की ये फोटो उस लड़की की फेसबुक प्रोफाइल पिक्चर है जिसे जिहादियों ने अपने जाल में फंसाकर गायब कर दिया था..
अब सुनिए पूरी कहानी.. कि कैसे यूपी पुलिस ने अवैध धर्मांतरण और लव जिहाद के इस रैकेट की जड़ें खोदीं..
आगरा से मार्च में दो सगी बहनें गायब हो गई थीं.. एक की उम्र थी 33 साल, दूसरी की 18 साल.. परिवारवालों ने गुमशुदगी दर्ज कराई. पुलिस मामले की पड़ताल शुरू की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए..
दोनों बहनें अवैध धर्मांतरण गिरोह का शिकार बन गई थीं.. आगरा के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने तत्काल पुलिस मुख्यालय संपर्क किया. डीजीपी राजीव कृष्ण और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को इस गंभीर मामले की जानकारी दी. पुलिस मुख्यालय स्तर से भी तेजी से कारवाई हुई और 11 टीमें गठित की गईं. इस पूरे मिशन को एक नाम दिया गया..
मिशन अस्मिता..
पुलिस टीमों ने बंगाल, गोवा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड और यूपी में अलग-अलग जगह पर रेड की गई. 10 लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें गोवा से आयशा, कोलकाता से अली हसन और ओसामा, जयपुर राजस्थान से मोहम्मद अली और जुनैद कुरैशी पकड़े गए. देहरादून से अबुर रहमान को दबोचा गया तो यूपी से भी कई लोगों की गिरफ्तारी हुई.
अवैध धर्मांतरण का ये सिंडिकेट धीरे-धीरे और बेहद गोपनीय तरीके से हिंदू लड़कियों को रेडिकलाइज्ड कर रहा था.. लव जिहाद करके उनका धर्म बदलवा रहा था..
अवैध धर्मांतरण का ये मॉड्स अपरेंडी आईएसआईएस का सिग्नेचर स्टाइल है.
और सबसे चौंकाने वाली जो जानकारी मिली वो देश की खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ाने वाली थी. पूरे देश में फैले इस सिंडिकेट का संबंध प्रतिबंधित संगठन पीएफआई और एसडीपीआई से सामने आया है. इस सिंडिकेट के कनेक्शन पाकिस्तान के आतंकी संगठन से भी होने की जानकारी मिल रही है.
सिंडिकेट के जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, वो सभी अलग-अलग भूमिका में काम करते थे. किसी का काम था देश और विदेश से फंड हासिल करना.. फंड को चैनलाइज करने के लिए एक अलग टीम थी.. लव जिहाद या अवैध धर्मांतरण के जरिए इस्लाम कुबूलने वाली लड़कियों को सेफ हाउस देने के लिए अलग टीम थी.. कोई मामला फंसता था तो लीगल एडवाइस देने के लिए सिंडिकेट के पास एक बड़ी फौज थी.. धर्मांतरण करने वालों को नये मोबाइल फोन और सिमकार्ड मुहैया कराने वाले भी थे.. हिंदू लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन के लिए सब्जबाग दिखाने वाली अलग टीम थी. धर्म परिवर्तन के लिए कागजी कार्रवाई करने वाली अलग टीम थी और एक टीम हिंदू लड़कियों खासकर कम उम्र की लड़कियों को रेडिकलाइज करती थी.. यूपी पुलिस ने इस सिंडिकेट की जड़ें खोद दी हैं.. #jihad #LoveJihad #conversion #conversionmafia #police #policeofficer #SDPI #PFI #YogiAdityanathji #YogiAdityanath
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