- बिहार एसटीएफ और बंगाल एसटीएफ की संयुक्त छापामारी में मिली सफलता
- कोलकोता के न्यू टाउन में घटना के बाद आकर छुप गए थे अपराधी
- सभी शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह के लिए करते है काम
पटना के एक निजी अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में कोलकाता के पास 'न्यू टाउन' से पांच लोगों को शनिवार तड़के गिरफ्तार किया गया। इस छापामारी में बिहार एसटीएफ के साथ बंगाल एसटीएफ की टीम भी साथ थी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि पटना पुलिस और पश्चिम बंगाल विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा संयुक्त रूप से की गई छापेमारी के बाद आरोपियों को 'न्यू टाउन' स्थित एक आवासीय परिसर से गिरफ्तार किया गया। हत्या के एक मामले का दोषी चंदन मिश्रा बिहार के बक्सर जिले का निवासी था और वह पैरोल पर जेल से बाहर था। पटना के एक निजी अस्पताल में बृहस्पतिवार सुबह बंदूकधारियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिम बंगाल से शेरू सिंह गैंग के पांच शूटरों की गिरफ्तारी हुई है, पुलिस ने इन गिरफ्तारियों की आधिकारिक पुष्टि की है। सूत्रों के मुताबिक, हत्या के महज 48 घंटे के भीतर बिहार पुलिस की टीम ने इन शूटरों को ट्रैक कर गिरफ्तार कर लिया। सभी को ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस बिहार के पटना लेकर जाएगी। जिसे एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। हालांकि, पुलिस की ओर से अभी तक इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि की गई है। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में छापेमारी अभियान अब भी जारी है और गिरफ्तारियों की संख्या और बढ़ सकती है। पुलिस जांच में अब तक जिन अपराधियों के नाम सामने आए हैं उनमें प्रमुख रूप से तौसीफ उर्फ बादशाह, बलवंत, अभिषेक, मन्नु सिंह, नीलेश, सूर्यमान और नीशू शामिल हैं। कुल 10 शूटरों की पहचान की जा चुकी है। सूचना मिलने पर कि ये अपराधी पश्चिम बंगाल में छिपे हैं। बिहार पुलिस की टीम को तत्काल फ्लाइट से रवाना किया गया था। इस हाई-प्रोफाइल केस की गंभीरता को देखते हुए बिहार पुलिस के वरीय अधिकारी खुद पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के आधार पर मामले से जुड़े अन्य सुराग मिलने की भी उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार, पटना पुलिस और एसटीएफ की टीम ने पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह के नेटवर्क की जांच करते हुए पश्चिम बंगाल का दौरा किया। इस दौरान शेरू सिंह गिरोह से जुड़े शूटर्स को गिरफ्तार किया गया है। इस हत्याकांड में और भी अपराधियों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, बिहार बंगाल पुलिस ने देर रात तक गिरफ्तार आरोपियों के नामों की आधिकारिक जानकारी नहीं दी। यह ध्यान देने योग्य है कि पैरोल पर जेल से बाहर आए चंदन मिश्रा का पटना के पारस अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। सीसीटीवी फुटेज में 26 वर्षीय तौसीफ बादशाह समेत पांच हथियारबंद शूटर अस्पताल में प्रवेश करते हुए दिखाई दिए। एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने शुक्रवार को बताया कि चंदन मिश्रा की हत्या शेरू सिंह के गुर्गों द्वारा की गई थी। शेरू सिंह वर्तमान में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद है। चंदन और शेरू पहले एक साथ आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ गई थी। ( बंगाल से अशोक झा )
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