पश्चिम बंगाल के तीन जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में सबसे ज्यादा 7 लोग बांकुड़ा जिले से हैं, जबकि पूर्व बर्धमान से 5 और पश्चिम मेदिनीपुर से एक व्यक्ति की जान गई है। हादसे तब हुए जब तेज़ बारिश और तूफ़ान के साथ बिजली कड़क रही थी. अधिकारियों ने मौत की पुष्टि की है। रिपोर्ट के मुताबिक बांकुरा जिले के पुलिस अधीक्षक वैभव तिवारी ने बताया कि जिले के विभिन्न हिस्सों में बिजली गिरने से आठ लोगों की मौत हुई है। इनमें से चार मौतें ओंदा थाना क्षेत्र में हुईं, जबकि कोतुलपुर, जयपुर, पत्रसायर और इंदस थाना क्षेत्रों में एक-एक व्यक्ति की जान गई।
सूत्रों के अनुसार, ओंदा के जिन लोगों की मौत हुई उनमें नारायण सर (48), जबा बाउरी (38) और तिलोका माल (49) शामिल हैं, ये सभी धान के खेतों में काम कर रहे थे. चौथे व्यक्ति की पहचान अब तक नहीं हो सकी है. अन्य मृतकों में कोतुलपुर के जियाउल हक मोल्ला (50), पत्रसायर के जीवन घोष (20), इंदस के इस्माइल मंडल (60) और जयपुर के उत्तम भुइयां (38) शामिल हैं। वहीं, पूर्व बर्धमान जिले में पांच लोगों की मौत हुई और चार अन्य घायल हो गए. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी के अनुसार, दो लोग मध्यबधी थाना क्षेत्र में मारे गए, जिनकी पहचान सनातन पात्र (60) और परिमल दास (32) के रूप में हुई है. इसके अलावा, औसग्राम, रैना और मंगलकोट थाना क्षेत्रों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. मृतकों में रैना के अभिजीत संत्रा (25), औसग्राम के रबिन टुडू (25) और मंगलकोट के बुरो मड्डी (64) शामिल हैं। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है. राज्य प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवज़ा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लगातार बारिश और खराब मौसम को देखते हुए स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। ( बंगाल से अशोक झा की रिपोर्ट )
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