ना जाने सिक्किम की किसकी नजर लग गई है। अब से कुछ देर पहले उत्तर सिक्किम के थेंग में आर्मी अस्पताल के पास आज भूस्खलन हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना में एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सेना की टीम जांचकर और विस्तृत जानकारी जुटाने में लगी है। इसके पहले राहत आयुक्त सह सचिव, भूमि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, श्री एमटी शेरपा ने आज द्ज़ोंगू और चुंगथांग में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उनके साथ एसएसडीएमए के निदेशक श्री प्रभाकर राय, एसएसडीएमए के अतिरिक्त निदेशक श्री राजीव रोका और अन्य अधिकारी भी थे।यह दौरा मंगन जिले के अंतर्गत आने वाले दोनों उप-मंडलों में लगातार बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए किया गया था। राहत आयुक्त के नेतृत्व में एसएसडीएमए के दौरे का उद्देश्य जमीनी स्थिति को समझना और तत्काल और दीर्घकालिक शमन उपाय शुरू करना भी था।
टीम ने फिदांग से आकलन शुरू किया, जहां नदी किनारे सुरक्षा दीवार का एक हिस्सा प्रभावित हुआ था। इसी तरह, फिदांग पुल की स्थिति की भी जांच की गई। फिदांग में मौजूदा बांस के पुल की मरम्मत और सार्वजनिक उपयोग के लिए इसी तरह का पुल बनाने का निर्णय लिया गया।फिदांग (द्ज़ोंगू) के रास्ते चुंगथांग जाते समय राहत आयुक्त और एसएसडीएमए की टीम ने मार्ग पर पुलों, सड़कों, घरों, बुनियादी ढांचे और समग्र परिदृश्य का कई बार निरीक्षण और आकलन किया। चुंगथांग में टीम ने जमीनी हालात को समझने के लिए पंचायतों और अधिकारियों से मुलाकात की। एसडीएम चुंगथांग के कार्यालय में एक संक्षिप्त बैठक हुई जिसमें जिला और ग्राम पंचायत के सदस्य, एडीसी विकास चुंगथांग, एसडीएम, एसडीपीओ, चिकित्सा अधिकारी, बीडीओ, डिप्टी कमांडेंट एनडीआरएफ और संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए। राहत आयुक्त ने उपमंडल के निर्वाचित प्रतिनिधियों और अधिकारियों से बातचीत करते हुए अपने दृढ़ संकल्प को जारी रखने और सरकार के प्रयासों में विश्वास बनाए रखने की अपील की। उन्होंने मौजूदा चुनौतियों का समाधान निकालने में एकता और सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री श्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में सरकार प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि लाचेन में फंसे बड़ी संख्या में पर्यटकों को आज एमआई 17 भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया। उन्होंने कहा कि यदि मौसम अनुकूल रहा तो कल शेष पर्यटकों को निकाल लिया जाएगा।राहत आयुक्त ने सभी से अफवाहों पर भरोसा न करने की अपील की और कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है तथा पर्यटक सिक्किम के अन्य सभी भागों में जा सकते हैं। राहत आयुक्त ने आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए एसएसडीएमए द्वारा एसडीएम चुंगथांग के कार्यालय को प्रस्तुत आपातकालीन वाहन की चाबी आधिकारिक रूप से सौंपी। चुंगथांग राज्य का एकमात्र उपमंडल है जिसे हाल के दिनों में क्षेत्र में हुई आपदाओं को देखते हुए आपातकालीन वाहन प्राप्त हुआ है। टीम चुंगथांग गुरुद्वारा में भी रुकी तथा क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं के समय उनकी अथक सेवा के लिए देखभाल करने वालों के प्रति आभार व्यक्त किया।
आने वाली टीम ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजी गई दवाओं की खेप भी लाचेन में ट्रांसशिपमेंट के लिए चिकित्सा अधिकारी चुंगथांग को सौंपी। टीम ने मार्ग पर भूस्खलन की श्रृंखला से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए लाचेन अक्ष की ओर कुछ किलोमीटर की यात्रा भी की। कई स्थानों पर सड़क संपर्क टूटने की स्थिति को देखते हुए, एसडीएम चुंगथांग को चुंगथांग लाचेन अक्ष के साथ-साथ ज़ेमा तक विभिन्न स्थानों पर पैदल पुल (लॉग ब्रिज) लॉन्च करने के लिए तुरंत एक अनुमान तैयार करने का निर्देश दिया गया। राहत आयुक्त ने मुंशीथांग के पास हाल ही में हुई वाहन दुर्घटना के स्थल का भी दौरा किया और एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट श्री विवेक कुमार और अन्य अधिकारियों से बातचीत की। दौरा करने वाली टीम में एडीसी मंगन श्री पेमा वांगचेन नमकरपा, डीपीओ, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मंगन, श्री कर्मा दोरजी वज़िलिंगपा और अन्य अधिकारी शामिल थे। ( गंगटोक से अशोक झा )
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