बंगाल के महत्वपूर्ण क्षेत्रों की रेकी कने वाली ज्योति मल्होत्रा. एक यूट्यूबर, एक ट्रैवल ब्लॉगर और अब भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक जासूसी रहस्य बनता जा रहा है। ज्योति को पाकिस्तान के लोग सोशल मीडिया पर उनकी 'साफ-सुथरी' छवि पेश करने के लिए सराह रहे थे। वह अब भारत के सबसे बड़े जासूसी मामलों में से एक में आरोपी बन चुकी है।लेकिन इस कहानी में सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि ज्योति के पारिवारिक संबंध पाकिस्तान से हैं।बंटवारे से पहले मुल्तान में रहता था ज्योति का परिवार: सूत्रों के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा का परिवार बंटवारे से पहले पाकिस्तान के मुल्तान और बहावलपुर शहरों में रहता था. बताया जा रहा है कि ज्योति के दादा मुल्तान और दादी बहावलपुर से थीं। विभाजन के दौरान उनका परिवार भारत आकर बस गया। ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ने नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी के साथ नियमित संपर्क में रहने की बात कबूल की है, अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। हिसार पुलिस के प्रवक्ता विकास कुमार के अनुसार, मल्होत्रा ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वह नवंबर 2023 से मार्च 2025 तक पाकिस्तानी नागरिक और उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थी।ज्योति मल्होत्रा का अयोध्या, उत्तराखंड, वाराणसी और उज्जैन से भी संबंध उजागर हुआ है। उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ, जिसमें वो श्रीराम मंदिर सहित अन्य प्रमुख स्थानों के बारे में वह जानकारी साझा करती दिखाई पड़ रही है। उसके यूट्यूब चैनल पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, दशाश्वमेध समेत विभिन्न गंगा घाटों, गंगा आरती, यहां की गलियों, खान-पान की दुकानों आदि के वीडियो अपलोड हैं। जांच के लिए दिल्ली से एक टीम काशी भी गई थी।
साल 2024 में वो उज्जैन आई थी। उसने महाकाल मंदिर सहित कई स्थलों के वीडियो बनाए, लेकिन उन्हें यूट्यूब पर अपलोड नहीं किया। वह बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व कैंचीधाम भी आ चुकी है। बांग्लादेश के वीजा के लिए आवेदन: ज्योति ने बांग्लादेश के वीजा के लिए आवेदन किया था। वीजा एप्लीकेशन फॉर्म पर तारीख नहीं है। जांच अधिकारियों मानना है कि ज्योति की यात्रा वीडियो शूट के बहाने बांग्लादेशी ऑपरेटिव के साथ जुड़ने के लिए थी।आशंका है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई जासूसी का बांग्लादेश मॉड्यूल खड़ा कर रही है। इसमें भारत में सक्रिय उनके जासूसों को इसके ऑपरेटर से जोड़ा जा रहा है।
रिमांड अवधि पूरी होने के बाद गुरुवार को पुलिस ज्योति को अदालत में पेश करेगी। इसके बाद पुलिस या जांच एजेंसी उसे रिमांड पर ले सकती है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि अभी तक मोबाइल और लैपटाप के डाटा की रिपोर्ट नहीं आई है।
डायरी के पन्नों में दर्ज हैं भावनाओं की परतेंबरामद की गई डायरी में कुल 10-11 पन्ने लिखे गए हैं. इनमें से आठ पन्ने जहां सामान्य यात्रा संस्मरणों को समर्पित हैं, वहीं शेष तीन पन्ने हिंदी में खासतौर पर पाकिस्तान यात्रा पर केंद्रित हैं. इन प्रविष्टियों में ज्योति ने अपने अनुभवों, भावनाओं और पाकिस्तान में मिले आतिथ्य के बारे में विस्तार से लिखा है. उसने लिखा पाकिस्तान की 10 दिन की यात्रा पूरी कर आज मैं अपने वतन लौट रही हूं. नहीं पता सरहदों की दूरियां कब तक रहेंगी, लेकिन दिलों के शिकवे मिट जाएं, यही दुआ है. हम सब एक ही मिट्टी से बने हैं.
पाकिस्तान सरकार को भावनात्मक अपील: ज्योति ने डायरी में पाकिस्तान सरकार से एक विशेष अनुरोध का भी ज़िक्र किया है. उसने लिखा है कि पाकिस्तान को अपने प्राचीन मंदिरों की रक्षा करनी चाहिए. 1947 में बिछड़े परिवारों को फिर से मिलने का मौका देना चाहिए. यह साफ दिखाता है कि उसकी यात्रा केवल पर्यटन तक सीमित नहीं थी, बल्कि उसके पीछे भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव भी था. उसने अपने अनुभव को "पागलपन भरा और रंग-बिरंगा" करार दिया, जिसे वह शब्दों में बयान नहीं कर सकती। सोशल मीडिया पर एक्टिव और फिर ब्लॉक : ज्योति मल्होत्रा सोशल मीडिया पर एक जाना-पहचाना नाम थीं. 1.33 लाख से ज्यादा इंस्टाग्राम फॉलोअर्स के साथ वह यात्रा, संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों से जुड़ी जानकारियां साझा करती थीं. लेकिन गिरफ्तारी के बाद उनका इंस्टाग्राम अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया है. जांच एजेंसियों का आरोप है कि वह एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स के माध्यम से पाकिस्तान से संपर्क में थीं. उसने गोपनीय सूचनाएं साझा की थीं. उसके डिजिटल माध्यमों की बारीकी से जांच की जा रही है.हरियाणा की 33 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर चल रही जांच अब एक दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की हिरासत में चल रही ज्योति के पास से हाल ही में एक डायरी बरामद हुई है, जिसने पूरे मामले को और अधिक जटिल बना दिया है. इस डायरी में दर्ज विवरण न सिर्फ उसकी पाकिस्तान यात्रा से जुड़े हैं, बल्कि यह भी संकेत देते हैं कि वह किसी गहरे मिशन पर थी।आज खत्म हो रही ज्योति की पुलिस रिमांड पाकिस्तान में ज्योति पर भारत के लिए जासूसी का आरोप है, लेकिन अब यह डायरी नए सवाल खड़े कर रही है. क्या यह सच में जासूसी का मामला है या फिर पाकिस्तान की फर्जीवाड़ा वाली रणनीति? बता दें कि हिसार की रहने वाली 33 साल की ज्योति मल्होत्रा 'ट्रैवल विद जो' नामक एक यूट्यूब चैनल चलाती है.उसे 16 मई को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था. ज्योति के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है. ज्योति उन 12 व्यक्तियों में शामिल है, जिन्हें पिछले दो सप्ताह में जासूसी के आरोप में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है. साथ ही जांचकर्ताओं ने उत्तर भारत में कथित तौर पर पाकिस्तान से जुड़े एक जासूसी नेटवर्क के सक्रिय होने की ओर इशारा किया है। ( अशोक झा की रिपोर्ट )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/