- चार दिनों में ही घुटनों के बल पर आया पाकिस्तान
भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिन से चल रहा संघर्ष थम गया है। पाकिस्तान की ओर से घुटने टेके जाने के बाद भारत ने शाम पांच बजे से संघर्ष विराम का एलान किया। मोदी सरकार ने साफ शब्दों में कहा है कि भारत ने निर्णय लिया है कि भविष्य में किसी भी आतंकवादी हमले को भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि संघर्ष विराम के लिए भारत अपनी शर्तों पर तैयार हुआ है।
संघर्ष विराम के बीच सिंधु जल संधि का निलंबन जारी रहेगा। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि युद्ध विराम की कोई पूर्व या पश्चात शर्त नहीं है। संघर्ष विराम का आह्वान पाकिस्तान की ओर से किया गया था। सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी। 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद भारत ने सबसे पहली जवाबी कार्रवाई सिंधु जल संधि को निलंबित कर की थी। दोनों देशों के बीच चार युद्धों और दशकों से जारी सीमा पार आतंकवाद के बावजूद इस संधि को बरकरार रखा गया था। सिंधु नदी के जल पर पाकिस्तान की 70 फीसदी कृषि निर्भर करती है। कई शहरों के लिए पेयजल की आपूर्ति भी इस नदी से की जाती है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेगी, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता। ( बॉर्डर से अशोक झा की रिपोर्ट )
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