पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले से STF ने एक ओर JMB के कट्टर संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। वे भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश, युवाओं की ब्रेनवॉशिंग और हथियार जुटाने की कोशिश में लगे थे। उसका नाम अब्बासुद्दीन मुल्ला है। इसके पास से कई प्रतिबंधित धार्मिक पुस्तकें, लैपटॉप और पेन ड्राइव बरामद हुए हैं। यह पूरा क्षेत्र बांग्लादेश और झारखंड से जुड़ा है। आशंका जताई जा रही है कि झारखंड और बंगाल में आतंकी संगठन अपना स्लीपर सेल तैयार कर रहा था। इसके दो दिन पहले ही क्षेत्र के नलहाटी और मुरारई से गिरफ्तार हुए थे 2 आतंकी: बंगाल एसटीएफ की टीम ने पिछले दिनों गुप्त सूचना के आधार पर नलहाटी और मुरारई से 2 बांग्लादेशी आतंकियों अजमल हुसैन (28) और साहेब अली खान (28) को गिरफ्तार किया था। अजमल जिले के नलहाटी तथा साहेब मुरारई का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि 2 दिन पहले ही जिले में भारी मात्रा में विस्फोटक मिले थे।अब 2 जेएमबी सदस्यों की गिरफ्तारी से बीरभूम जिले के लोगों में दहशत का माहौल है। उससे पूछताछ के बाद एसटीएफ की टीम ने दक्षिण 24 परगना डायमंड हार्बर के पात्रा ग्राम में छापेमारी कर इसी आतंकी संगटन के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। मुस्लिम युवकों को देश के खिलाफ भड़काते थे आतंकी: पुलिस ने बताया कि अब तक गिरफ्तार इन 3 आतंकवादियों पर मुस्लिम युवकों को देश के खिलाफ भड़काने और देश के खिलाफ युद्ध का षड्यंत्र रचने के लिए प्रेरित करने का आरोप है। इनका संबंध जमात के मॉड्यूल से है। ये लोग जिले समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में मुस्लिम युवकों को धार्मिक उन्माद फैला रहे थे। इनकी योजना देश के कई प्रमुख लोगों पर हमले की भी थी। अपनी साजिशों को अंजाम देने के लिए ये लोग युवाओं का ब्रेनवॉश करते थे।मिट्टी के टूटे-फूटे घर में रहता है साहेब अली खान: एसटीएफ की गिरफ्त में आया साहेब अली खान मुरारई में चापड़ा गांव का रहने वाला है. वह पेशे से वाहन ड्राइवर है. परिवार में मां, दो बहनों और एक भाई हैं। टूटी-फूटी स्थिति में एक मिट्टी का घर है. घर देख एसटीएफ अधिकारी भी दंग रह गये। घर की तलाशी ली, तो प्रतिबंधित धार्मिक किताबें ,पेन ड्राइव मिले। हालांकि, साहेब की मां सकीना बीबी ने कहा कि उनका बेटा शांत और निर्दोष है. कभी भी ऊंची आवाज में भी किसी से बात नहीं करता। साहेब की असलियत जानकर इलाके के लोग भी सन्न हैं।
डॉक्टरी की आड़ में आतंकी गतिविधियां संचालित करता था अजमल हुसैन: साहेब का साथी नलहाटी निवासी अजमल हुसैन डॉक्टरी करता है। वह आम लोगों की चिकित्सा की आड़ में आतंकी गतिविधि को अंजाम देता था। उनके पिता जॉर्जिस मंडल का कहना है कि उनका बेटा कोई गलत काम नहीं करता। मुरारई से शाह इमाम नामक एक कट्टरपंथी मौलवी कुछ धार्मिक पुस्तकों को उनके पुत्र को पढ़ने के लिए देता था। एसटीएफ ने घर से लैपटॉप, कई बांग्लादेशी धार्मिक पुस्तकें जब्त की है।।3 आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ इनके अन्य साथियों की तलाश में जुट गयी है। ( बंगाल से अशोक झा की रिपोर्ट )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/