कोलकाता में अर्जेंटीना के फुटबॉल स्टार लियोनेल मेस्सी के इवेंट में हुई भारी अफरा-तफरी के बारे में, पश्चिम बंगाल के DGP राजीव कुमार ने कहा कि इवेंट के मुख्य आयोजक, शताद्रु दत्ता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।प्रशंसकों में कुछ गुस्सा या बेचैनी थी क्योंकि वे कह रहे थे कि मेसी खेल नहीं रहे हैं। योजना थी कि वे यहां आएंगे, हाथ हिलाएंगे, कुछ लोगों से मिलेंगे और चले जाएंगे।" उन्होंने आगे कहा, "अब सरकार ने एक समिति गठित कर दी है जो सभी पहलुओं की जांच करेगी।"साल्ट लेक स्थित युवा भारती क्रीड़ांगन (स्टेडियम) में सैकड़ों लोगों ने मेसी की ठीक से झलक न मिलने पर गुस्से में बोतलें और कुर्सियां फेंकीं। राज्य पुलिस प्रमुख ने कहा कि आयोजकों ने "लिखित में" टिकटों का पैसा वापस करने का वादा किया है। अब स्थिति नियंत्रण में है।"उन्होंने बताया कि आयोजक को "हिरासत में लिया गया" था, और बाद में अतिरिक्त डीजीपी (कानून-व्यवस्था) जावेद शमीम ने गिरफ्तारी की पुष्टि की। एएनआई से बात करते हुए शमीम ने कहा, "एफआईआर दर्ज की गई है, और मुख्य आयोजक को गिरफ्तार कर लिया गया है।" स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गिरफ्तार व्यक्ति का नाम शतद्रु दत्ता है, हालांकि यह नाम अभी स्वतंत्र रूप से पुष्ट नहीं हुआ है।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो कार्यक्रम में पहुंचने वाली थीं लेकिन कुछ मिनटों में ही हंगामा हो जाने से नहीं पहुंच पाईं, ने कहा कि वे इस घटना से स्तब्ध हैं। एक्स पर उन्होंने लिखा, "मैं लियोनेल मेसी तथा सभी खेल प्रेमियों और उनके प्रशंसकों से इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए हार्दिक माफी मांगती हूं।" उन्होंने आगे लिखा, "आज (शनिवार) साल्ट लेक स्टेडियम में हुई कुप्रबंधन से मैं गहराई से व्यथित और स्तब्ध हूं। मैं हजारों खेल प्रेमियों और प्रशंसकों के साथ स्टेडियम जा रही थी, जो अपने पसंदीदा फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने के लिए इकट्ठा हुए थे।" स्टेडियम में मौजूद प्रशंसकों और सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी निराशा जाहिर की, लेकिन गुस्सा मेसी पर नहीं बल्कि "वीआईपी पहुंच", दिखावे और खराब योजना पर था। साझा किए गए वीडियो क्लिप्स में गुस्साए दर्शक आयोजकों पर कार्यक्रम को "वीआईपी शोकेस" बनाने का आरोप लगाते दिखे। एक शिकायत जो ऑनलाइन तेजी से वायरल हुई: "केवल नेता और अभिनेता मेसी के आसपास थे," और ₹12,000 खर्च करने के बावजूद "उनका चेहरा तक नहीं देख पाए।"एक अन्य समर्थक ने कहा कि भीड़ को वह पल नहीं मिला जिसके नाम पर उन्हें टिकट बेची गई थी- "न किक, न पेनाल्टी"। वीडियो में रिफंड की मांग करने वाली बढ़ती आवाजें कैद हुईं, जिसे शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने आयोजकों से वसूलने का वादा किया है।
मेसी के आने पर हुई हिंसा को लेकर बीजेपी का बयान
बंगाल में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है। अधिकारी ने कहा- शर्म करो ममता बनर्जी!"खेला होबे" सर्कस युवा भारती में TMC की लूटपाट में बदल गया! आज (शनिवार) कोलकाता में क्या ही दयनीय दृश्य था! फुटबॉल के दीवाने हमारे बंगाली प्रशंसक, महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी की एक झलक पाने के सपने में, टिकटों के लिए हजारों रुपये लुटा चुके थे, लेकिन उन्हें अपने ही राज्य में दोयम दर्जे के नागरिक जैसा बर्ताव झेलना पड़ा। जबकि अरूप बिस्वास, सुजीत बोस और उनके 100 से अधिक वीआईपी चापलूसों का दल खून से लथपथ मेसी पर जोंक की तरह टूट पड़ा, असली प्रशंसक? गैलरी में फंसे हुए, एक विशाल स्क्रीन पर मात्र 5-7 मिनट का खेल देखते रहे! कोई सीधा दृश्य नहीं, बस धोखा। बीजेपी अध्यक्ष सुवेंदु अधिकारी ने तीन मांगे रखते हुए कहा- गैलरी टिकट धारकों को 100% पूर्ण धन वापसी, आपने जो भी पैसा लूटा है, वह सब वापस करें। खेल मंत्री अरूप बिस्वास, अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस और फर्जी आयोजक शतद्रु दत्ता को इस सरकारी प्रायोजित अराजकता, लूट और अव्यवस्था के लिए तत्काल गिरफ्तार किया जाए। ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल का नाम वैश्विक मंच पर कलंकित करने के लिए इस्तीफा देना चाहिए। हमारे राज्य की बची-खुची आत्मा को नष्ट करने से पहले पद छोड़ दें। ( बंगाल से अशोक झा की रिपोर्ट )
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