बांग्लादेश के कट्टरपंथी छात्र नेता उस्मान हादी की हत्या मामले में जांच ने नया मोड़ ले लिया है। इस केस का मुख्य आरोपी बताए जा रहे फैसल करीम मसूद ने पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आकर हत्या में किसी भी भूमिका से इनकार किया है।आरोपी ने क्या कहा वीडियो में?
फैसल करीम मसूद, जो बांग्लादेश पुलिस का मुख्य संदिग्ध है,उसने वीडियो में कहा "मैंने हादी को नहीं मारा है. मुझे और मेरे परिवार को फंसाया जा रहा है. मैं खुद को बचाने के लिए दुबई आया हूं. हादी जमात से जुड़ा था, जमाती लोग ही इसके पीछे हो सकते हैं." वो बोला कि हादी से उसका रिश्ता सिर्फ बिजनेस का था. वो आईटी फर्म का मालिक है और हादी को पॉलिटिकल डोनेशन दिया था, बदले में गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्ट का वादा मिला था।मैंने नहीं जमात के लोगों ने मारा: मुख्य हत्यारोपी फैसल करीम मसूद ने एक वीडियो जारी करके अपनी सफाई दी है. सफाई में करीम मसूद ने बताया कि वह इस समय दुबई में है. हत्या में उसकी किसी तरह की कोई भूमिका नहीं है. वीडियो में वो कह रहा है कि 'मैंने हादी की हत्या नहीं की. मुझे और मेरे परिवार को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है. मैं दुबई इसलिए आया हूं ताकि अपनी जान बचा सकूं. हादी जमात से जुड़ा था और शायद उसके ही लोगों ने यह हमला किया होगा.'
मैंने तो बस राजनीतिक चंदा था: फैसल ने वीडियो में यह भी बताया कि उसकी उस्मान हादी से मुलाकात केवल व्यावसायिक कारणों से होती थी, क्योंकि वह एक आईटी कंपनी का मालिक है. उसने यह स्वीकार किया कि उसने हादी को सरकारी ठेके दिलाने के वादे के बदले में राजनीतिक चंदा दिया था. इसकी किसी आपराधिक वजह से नहीं थी. यह वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से फैल रहा है। पुलिस का दावा और भारत की सफाई: बांग्लादेश पुलिस पहले ही दावा कर चुकी है कि 12 दिसंबर को हुए हमले के बाद फैसल करीम मसूद और एक अन्य आरोपी आलमगीर शेख देश छोड़कर फरार हो गए थे. पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी हलुआघाट बॉर्डर के जरिए भारत में घुसे और फिर किसी अन्य देश चले गए. हालांकि, भारत की सीमा सुरक्षा बल (BSF) और मेघालय पुलिस ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि भारत-बांग्लादेश सीमा पार करने का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है।
कैसे हुई थी उस्मान हादी की हत्या: 12 दिसंबर को ढाका के पल्टन इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान उस्मान हादी को दिनदहाड़े गोली मार दी गई थी. गंभीर हालत में उन्हें सिंगापुर ले जाया गया, जहां 18 दिसंबर को उनकी मौत हो गई. इस हत्या के बाद पूरे बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और सरकार पर दबाव बढ़ गया है।जांच तेज, चार्जशीट जल्द: ढाका पुलिस ने मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फैसल करीम मसूद को भगाने में मदद करने वाले दो लोगों को रिमांड पर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में इस केस में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।फैसल करीम मसूद का दावा है कि उस्मान हादी से उसके रिश्ते पूरी तरह व्यापारिक थे। फैसल ने ये दावा भी किया है कि उसने राजनीतिक कारणों से कई बार रकम भी दी। फैसल करीम मसूद के वीडियो के बाद अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार सवालों में घिर गई है? उस्मान हादी की हत्या में भारत का हाथ बताकर बांग्लादेश में चरमपंथियों को भारत विरोधी माहौल बनाने दिया गया। साथ ही उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश में भड़की हिंसा में कई हिंदुओं की भी हत्या की गई। बीते दिनों बांग्लादेश पुलिस ने दावा किया था कि फैसल करीम मसूद मेघालय से लगी सीमा से भारत भाग गया। बीएसएफ ने जांच के बाद बांग्लादेश पुलिस के इस दावे को गलत बताया था।।फैसल करीम मसूद के वीडियो से वो आरोप भी खारिज होते हैं, जिनके तहत उस्मान हादी की हत्या में शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी का हाथ होना बताया जा रहा था। अभी ये जानकारी नहीं मिली है कि फैसल करीम मसूद कब बांग्लादेश से भागकर दुबई गया। बांग्लादेश में मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार चला रहे हैं। शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से ही बांग्लादेश में लगातार भारत विरोधी माहौल बनाया जा रहा है। अगस्त 2024 से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं, बौद्ध और ईसाइयों पर जुल्म भी बढ़ गए हैं। बांग्लादेश में फरवरी 2026 में संसद के चुनाव होने हैं। ( बांग्लादेश बॉर्डर से अशोक झा की रिपोर्ट )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/