पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में शनिवार को टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने अयोध्या की बाबरी मस्जिद की तर्ज पर बनने वाली मस्जिद की आधारशिला रखी। निलंबित टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद जिले के रेजिनगर में एक मस्जिद की आधारशिला रखी, जो बाबरी मस्जिद की तर्ज पर थी। इस कार्यक्रम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, और कबीर ने मौलवियों के साथ मिलकर एक औपचारिक रिबन काटा।
कहा, यह हमारा संवैधानिक अधिकार' - हुमायूं कबीर
सभा को संबोधित करते हुए कबीर ने कहा, 'मैं कुछ भी असंवैधानिक नहीं कर रहा हूं. संविधान कहता है कि कोई भी मंदिर बना सकता है, कोई चर्च बना सकता है और मैं मस्जिद बनाऊंगा. यह कहीं नहीं लिखा कि बाबरी मस्जिद नहीं बनाई जा सकती।कबीर ने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में भी यह दर्ज है कि बाबरी मस्जिद को गिराया गया था और हिंदू भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर निर्माण का निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि यदि राम मंदिर का शिलान्यास हो सकता है, तो मस्जिद भी बनाई जा सकती है।धमकियों और कानूनी मामलों पर कबीर का जवाब: कबीर ने बताया कि उनके खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं, लेकिन इससे निर्माण कार्य नहीं रुकेगा. उन्होंने कहा, 'जिसके साथ अल्लाह है, उसे कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने दावा किया कि बंगाल में करीब 4 करोड़ मुसलमान रहते हैं और उन्हें यह अधिकार है कि वे मस्जिद बनाएं. उन्होंने 300 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में अस्पताल, अतिथि गृह और मीटिंग हॉल शामिल होने की जानकारी दी। कबीर ने कार्यक्रम में कहा कि मस्जिद के साथ एक स्कूल और अस्पताल भी बनाया जाएगा. इसके अलावा आसपास के क्षेत्र में पार्क और तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए होटल भी तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद हर हाल में यहीं बनेगी और कोई इसे रोक नहीं पाएगा क्योंकि यह अल्पसंख्यक समाज के सम्मान का सवाल है।विधायक का दावा है कि शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय की डिवीजन बेंच ने भी साफ कर दिया कि बेलडांगा में मस्जिद निर्माण की उनकी पहल न तो गलत है और न ही असंवैधानिक. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों ने उनके सिर के लिए एक करोड़ का इनाम घोषित करने की बात फैलाई है, लेकिन किसी की धमकी से वह पीछे नहीं हटेंगे।
कार्यक्रम में उन्होंने दोहराया कि वह 22 दिसम्बर को अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेंगे और उसी दिन पदाधिकारियों के नाम भी बताएंगे. उसके पहले सोमवार 8 दिसंबर को वह विधायक पद से इस्तीफा देंगे। कबीर पहले भी यह ऐलान कर चुके हैं कि उनकी प्रस्तावित पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है और अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर खास ध्यान देगी।इस मस्जिद के शिलान्यास को लेकर बड़ी संख्या में उनके समर्थक जमा हुए थे। मदीना से दो मौलवी आए थे. बाबरी मस्जिद के शिलान्यास को लेकर सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए थे। हुमायूं कबीर ने पहले कहा था कि बाबरी मस्जिद के शिलान्यास समारोह में करीब 3 लाख लोग जमा होंगे. इस्लाम के पवित्र स्थल मदीना से दो काजी आज सुबह पहुंचे. उन्हें कोलकाता एयरपोर्ट से एक खास काफिले में लाया गया. दूसरी ओर, संदेशखाली और कैनिंग समेत दूर-दूर से कई माइनॉरिटी लोग शिलान्यास के लिए अपने सिर पर ईंटें लेकर पहुंचे थे। बाबरी मस्जिद के शिलान्यास के आसपास खाने-पीने का भी इंतजाम किया गया था. करीब एक लाख लोगों के लिए शाही बिरयानी का इंतजाम किया गया था. मुर्शिदाबाद में सात केटरर्स को बिरयानी बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था।हजार लोगों के लिए बिरयानी का इंतजाम: हुमायूं के एक करीबी ने बताया कि 40,000 मेहमानों के लिए बिरयानी के पैकेट और लोकल लोगों के लिए 20,000 और पैकेट बिरयानी का इंतजाम किया गया. मेहमानों के बैठने के लिए 150 फुट लंबा स्टेज बनाया गया था. इस पर लाखों रुपए खर्च होने के अनुमान हैं। बाबरी मस्जिद के शिलान्यास समारोह में करीब 3,000 वॉलंटियर जुटे थे. इसके अलावा, नेशनल हाईवे नंबर 12 के किनारे इस जगह पर भारी पुलिस सिक्योरिटी का इंतजाम किया गया था. बेलडांगा और रानीनगर पुलिस की 3,000 फोर्स तैनात की थी. एक्स्ट्रा फोर्स की 19 कंपनियां भी तैनात की गई थी। इसके साथ ही हुमायूं कबीर ने बेलडांगा में बाबरी मस्जिद का शिलान्यास करके आने वाले असेंबली इलेक्शन का बिगुल फूंक दिया. उन्होंने पहले नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था. उन्होंने यह भी कहा था कि वे आने वाली असेंबली में 135 सीटों पर कैंडिडेट उतारेंगे. चुनाव में अभी कुछ समय है, लेकिन मुर्शिदाबाद की धरती पर चुनावी सियासत शुरू हो गई है। 22 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान करेंगे हुमायूं कबीर : बेलडांगा में 70 परसेंट अल्पसंख्यकों की आबादी है. हुमायूं ने कहा, मैं बंगाली मुसलमानों से अपील करता हूं कि आपके चुनाव क्षेत्र में 90 सीटें हैं, जहां 42 परसेंट से 82 परसेंट मुस्लिम बहुमत वाली सीटें हैं. इन 90 सीटों के लिए मुसलमानों को विधानसभा में प्रतिनिधि भेजने चाहिए। हुमायूं ने यह भी आंकड़े दिए कि विधानसभा में अल्पसंख्यक विधायकों की संख्या कैसे कम हुई है. ममता सरकार पर निशाना साधते हुए हुमायूं ने कहा, जब 2011 में सत्ता में आई थी, तो 67 मुस्लिम MLA थे. 5 साल बाद, 2016 में, यह घटकर 57 हो गए. 2021 में, यह घटकर 44 हो गए. हुमायूं का टारगेट असल में 90 सीटें हैं। उनके शब्दों में, “ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी के बीच 204 सीटों के लिए मुकाबला होगा.” हुमायूं बाकी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। हुमायूं के शब्दों में, “मैं विधानसभा में इंच-इंच लड़ाई करूंगा.” हुमायूं 22 दिसंबर को पार्टी का ऐलान करेंगे. उन्होंने तैयारी भी पूरी कर ली है।
BJP का हमला - 'यह धार्मिक नहीं, राजनीतिक एजेंडा': इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य सरकार पर निशाना साधा. पार्टी का आरोप है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही हैं।बीजेपी नेताओं ने सवाल उठाया कि कबीर के विवादित बयानों के बाद उन्हें देर से क्यों निलंबित किया गया, और आरोप लगाया कि यह पूरा मामला चुनावी रणनीति से जुड़ा है। जरा देखे क्या क्या हुआ:: अल्लाहु अकबर के नारे: इस दौरान 'नारा-ए-तकबीर, अल्लाहु अकबर' के नारे लगे और हजारों लोग सुबह से ही कार्यक्रम स्थल पर उमड़ पड़े. वहां मौजूद लोगों में से कई प्रतीकात्मक रूप से अपने सिर पर ईंट लिए हुए थे.
6 दिसंबर का दिन क्यों चुना गया: यह कार्यक्रम छह दिसंबर को निर्धारित किया गया था, जिस दिन 1992 में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी ढांचा ढहा दिया गय था. इस आयोजन के तिथि चयन को लेकर तीखी राजनीतिक प्रतिक्रिया भी आई.
पूरे इलाके में थी कड़ी सुरक्षा:न केवल रेजिनगर में, बल्कि निकटवर्ती बेलडांगा क्षेत्र में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई, जिसे प्रशासन ने भीड़ बढ़ने और तनाव बढ़ने की आशंका के मद्देनजर प्रभावी रूप से उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में तब्दील कर दिया था.
हुमायूं कबीर की हुंकार: कबीर को तृणमूल कांग्रेस ने 'सांप्रदायिक राजनीति' में शामिल होने के आरोप में इस हफ्ते की शुरुआत में निलंबित कर दिया था. कबीर ने कार्यक्रम के मंच से कई बार कहा कि प्रस्तावित ढांचा "किसी भी कीमत पर" बनकर रहेगा. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं कुछ भी असंवैधानिक नहीं कर रहा हूं. उपासना स्थल बनाना एक संवैधानिक अधिकार है. बाबरी मस्जिद जरूर बनेगी.'
कौन है वो कारोबारी जो बाबरी के लिए देगा 60 करोड़ का दान? कबीर ने दावा किया कि इस परियोजना में किसी भी वित्तीय बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने कहा, 'एक उद्योगपति ने 80 करोड़ रुपये देने का वादा किया है, जो अपना नाम गुप्त रखना चाहते हैं. धन की कोई कमी नहीं होगी.' कबीर ने कहा कि मुख्य मस्जिद तीन कट्ठा जमीन पर बनाई जाएगी, जबकि पूरा परिसर लगभग 25 बीघा में फैला होगा।
मस्जिद कैसी होगी? कबीर ने स्थल के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण पेश करते हुए घोषणा की कि इस परिसर में एक अस्पताल, एक मेडिकल कॉलेज, एक विश्वविद्यालय, एक होटल और एक हेलीपैड भी होगा, जिसकी कुल अनुमानित लागत लगभग 300 करोड़ रुपये होगी. उन्होंने बताया कि एक स्थानीय डॉक्टर ने इस परियोजना के लिए पहले ही एक करोड़ रुपये दान कर दिए हैं.
पढ़ीं गई कुरान की आयतें: सऊदी अरब के धार्मिक नेता मंच पर मौजूद थे, जिससे एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक उपस्थिति का आभास हो रहा था. लाउडस्पीकर पर कुरान की आयतें गूंज रही थीं, समर्थकों ने ईंट ऊपर उठाईं, जो निर्माण के लिए प्रतीकात्मक दान था और फिर उन्हें मंच के पास स्वयंसेवकों को सौंप दिया. कबीर ने इस परियोजना को बार-बार धार्मिक और भावनात्मक, दोनों तरह से एक समाधान बताया. उन्होंने कहा, '33 साल पहले, मुसलमानों के दिलों पर एक गहरा घाव लगा था. आज, हम उस घाव पर थोड़ा मरहम लगा रहे हैं.'
मस्जिद पर हुमायूं की हुंकार: साथ ही कबीर ने आरोप लगाया कि मस्जिद की घोषणा को लेकर उन्हें धमकियां दी गई थीं. निलंबित विधायक ने अपनी बात को पुष्ट करने के लिए जनसांख्यिकी का भी हवाला दिया. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, 'देश में लगभग 40 करोड़ मुसलमान हैं, और इस राज्य में चार करोड़. क्या हम यहां एक मस्जिद नहीं बना सकते?' इस पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं. हालांकि, इस आयोजन पर सभी दलों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई.
सियासत शुरू: विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने टीएमसी पर 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले ध्रुवीकरण को गुप्त रूप से बढ़ावा देने का आरोप लगाया. वहीं, सत्तारूढ़ तृणमूल ने कबीर के कृत्यों से खुद को अलग कर लिया और उनके निलंबन को इस बात का सबूत बताया कि वह उनकी राजनीति का समर्थन नहीं करती. टीएमसी नेताओं ने कबीर को एक "स्वतंत्र एजेंट" बताया, जिनकी अवज्ञा "राजनीतिक रूप से असमर्थनीय" हो गई है। ( बंगाल से अशोक झा की रिपोर्ट )
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