- कट्टा रखकर कांग्रेस से राजद नेता को मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार और उसको समर्थन की घोषणा कराई गई
बिहार के आरा में पीएम मोदी ने भोजपुरी में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि हम मां आरण्य देवी के चरणों में प्रणाम करत बानी। वीर बांकुर बाबू वीर कुंवर सिंह के इ धऱती पर अभिनंदन करअतनी।।बिहार चुनाव को लेकर आज पीएम मोदी बिहार दौरे पर हैं। आरा में पीएम मोदी का भोजपुरिया अंदाज दिखा। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की। इसके साथ ही उन्होंने महागठबंधन के मेनिफेस्टो को छल-कपट वाला डॉक्यूमेंट बताया। साथ ही बड़ा हमला उन्होंने बोला कि राजद ने कट्टा के दम पर सीएम पद चोरी किया। उन्होंने रविवार को बिहार के आरा में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, "नामांकन वापस लेने से एक दिन पहले बिहार में बंद कमरे में गुंडागर्दी का खेल खेला गया था। कट्टा रखकर कांग्रेस से राजद नेता को मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार और उसको समर्थन की घोषणा कराई गई।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि राजद और कांग्रेस में झगड़ा भयंकर बढ़ गया है। न घोषणा-पत्र में कांग्रेस की सुनी गई, न प्रचार में उनकी पूछ हो रही है। पीएम मोदी ने कहा, "चुनाव से पहले ही इतनी घृणा बढ़ गई है कि चुनाव के बाद एक-दूसरे का सिर फोड़ने लगेंगे। इसलिए हमेशा याद रखिए, ऐसे लोग बिहार का भला कभी नहीं कर सकते हैं।" राजद पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "एक तरफ एनडीए का सुशासन है और दूसरी तरफ 'जंगलराज' का कुशासन है। 'जंगलराज' वह अंधेरा था, जिसने बिहार को धीरे-धीरे खोखला कर दिया। राजद के जंगलराज की पहचान जिस चीज से होती है, वह 'कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुसंस्कार, कुशासन और करप्शन' है।"
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में राजद 'जंगलराज' लाई और तुष्टिकरण की राजनीति की, जबकि कांग्रेस की पहचान सिखों के कत्लेआम से जुड़ी है। 1984 में 1-2 नवंबर को कांग्रेस के लोगों ने सिख नरसंहार किया था। आज की कांग्रेस, सिख नरसंहार के गुनहगारों को पूरे सम्मान के साथ आगे बढ़ा रही है।
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस हो या राजद, इन्हें अपने पाप का कोई पछतावा नहीं है। राजद और कांग्रेस बिहार की पहचान खत्म करने में जुटी हैं। ये लोग बिहार में घुसपैठियों के समर्थन में यात्राएं कर रहे हैं। ये लोग घुसपैठियों को बचाने के लिए तन-मन से जुटे हैं।"पीएम ने कहा कि घोषणा पत्र बनाने में भी कांग्रेस की कुछ भी नहीं चली। चुनाव प्रचार में उनकी कोई पूछ नहीं हो रही है। चुनाव से पहले ही इतनी नफरत बढ़ गई है कि चुनाव के बाद यह एक दूसरे का सिर फोड़ने लगेंगे। ऐसे लोग बिहार का भला कभी नहीं कर सकते। एक तरफ एनडीए का सुशासन है और दूसरी तरफ जंगल राज का कुशासन। जंगलराज एक ऐसा अंधेरा था जिसने बिहार को धीरे-धीरे खोखला कर दिया। राजद के जंगलराज की की पहचान इन चीजों से होती है- भय, कट्टा, क्रूरता, कुसंस्कार, कुशासन और करप्शन। सोशल मीडिया पर एक बिटिया का वीडियो देख रहा था। बेटी बोली कि यहां कुछ महीने के लिए राजद सरकार में शामिल हुई थी तो तो बिहार ने कुछ दिनों में ही जंगलराज का ट्रेलर देख लिया था।
पीएम ने कहा कि एनडीए के संकल्प पत्र में गांव की समृद्धि के लिए भी योजना बनाई गई है। बिहार के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग फैसलें उगाई जाती हैं। बिहार में फूड पार्क का नेटवर्क बढ़ाया जाएगा। हमारी सरकार किसानों को किसान सम्मान निधि की 6000 देती है। बिहार की नई एनडीए सरकार अलग से 3000 देने वाली है। बिहार में पशुपालकों की आदमदनी बढ़ाने के लिए मिल्क मिशन की घोषणा की गई है। एक समय था जब बिहार अपने लिए दूसरे राज्यों से मछली मंगवाता था। एनडीए सरकार की नीतियों की वजह से बिहार मछली दूसरे राज्यों को भेजता है, बेचता है। आप मछुआरों के लिए एक और खुशखबरी है। एनडीए ने जुब्बा सहनी मत्स्य पालक सहायता योजना के तहत उन्हें 9000 सालाना मदद देगी। ( पटना से अशोक झा की रिपोर्ट )
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