बिहार में नीतीश कुमार ने गुरुवार को 10 वीं बार सीएम पद की शपथ ली. वे मूल रूप से नालंदा जिले के हरनौत अंतर्गत कल्याण बिगहा गांव के रहने वाले हैं। जबकि उनका जन्म पटना जिले के बख्तियारपुर में 1 मार्च 1951 को हुआ था।
नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जेडीयू का प्रदर्शन इस बार उम्मीद से कहीं बेहतर रहा। नतीजों के बाद जेडीयू और बीजेपी दोनों ही दलों के कई नेताओं ने खुलकर कहा कि राज्य की कमान एक बार फिर नीतीश कुमार को ही संभाल लिया है।पटना जिले के बख्तियारपुर में नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को हुआ था. उन्होंने बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (अब एनआईटी पटना) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की. डिग्री पूरा करने के बाद वे बिहार राज्य विद्युत बोर्ड में इंजीनियर के रूप में कार्यरत रहे. जल्द ही उन्होंने प्रशासनिक नौकरी छोड़कर राजनीति की राह चुन ली।नीतीश कुमार की शादी मंजू कुमारी सिन्हा से 22 फरवरी 1973 को हुई थी। वर्ष 2007 में मंजू कुमारी का निधन हो गया था। नीतीश कुमार का एक ही बेटा है, निशांत कुमार। निशांत राजनीति में नहीं हैं। वे आध्यात्मिक जीवन की ओर झुकाव रखते हैं और उन्होंने कई इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें राजनीति में दिलचस्पी नहीं है। हालांकि 2025 चुनाव से पहले ऐसी खबरें जरूर आई थीं कि निशांत हरणौत से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन उन्होंने इस बात से साफ इनकार किया था।
नीतीश कुमार की कुल संपत्ति (Net Worth)
नीतीश कुमार की कुल संपत्ति लगभग ₹1.65 करोड़ है. इसमें अचल संपत्ति और बचत शामिल है. उन पर कोई बड़ी देनदारी नहीं है. लंबे राजनीतिक करियर के बावजूद वे अपनी सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं. उनकी साधारण आर्थिक स्थिति उनके सार्वजनिक जीवन की पारदर्शिता को भी दर्शाती है.
राजनीति में प्रवेश
नीतीश कुमार की राजनीतिक शुरुआत 1974 में जेपी आंदोलन के दौरान हुई. यह आंदोलन भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ एक बड़े जनांदोलन के रूप में उभरा था. 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान उन्हें मीसा के तहत गिरफ्तार किया गया. बाद में वे समता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल हुए और सामाजिक सुधारों पर केंद्रित राजनीति के साथ आगे बढ़ते रहे.
भारतीय राजनीति में उत्थान
जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार तेजी से राष्ट्रीय स्तर के नेता बने. उन्होंने बाढ़ और नालंदा लोकसभा सीटों से कई बार जीत हासिल की. केंद्र सरकार में वे रेलवे, कृषि और भूतल परिवहन जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का दायित्व निभा चुके हैं. रेल मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल को सबसे प्रभावी और सुधारवादी कार्यकालों में गिना जाता है.
उनके पिता रामलखन सिंह एक स्वतंत्रता सेनानी थे और आयुर्वेद के प्रतिष्ठित चिकित्सक ('कविराज') थे. वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे. वे 1952 के पहले आम चुनाव में कांग्रेस से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्होंने टिकट नहीं मिला.
नीतीश कुमार की माता परमेश्वरी देवी एक गृहणी थीं. नीतीश अपने तीन भाइयों में से एक हैं. नीतीश कुमार भाई बहनों में सबसे छोटे हैं. भाई का नाम सतीश कुमार है. वहीं, उषा देवी, प्रभा देवी और इंदु देवी उनकी बहनें हैं. जानकारी के अनुसार सतीश कुमार भी पिता की तरह आयुर्वेद के डॉक्टर हैं और गांव में ही रहते हैं. जबकि बहनें गृहणी हैं.
पत्नी का निधन, बेटा जीते सादगीपूर्ण जीवन
नीतीश कुमार का विवाह 1973 में हुआ था. पत्नी का नाम मंजू कुमारी सिन्हा(स्वर्गीय) था. मंजू पेशे से अध्यापिका थीं. उनका निधन वर्ष 2007 में हो गया था. नीतीश कुमार और मंजू कुमारी सिन्हा के एकमात्र पुत्र हैं. नीशात कुमार ने बीआईटी मेसरा (रांची) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. वह आमतौर पर राजनीतिक सुर्खियों से दूर रहते हैं और अपनी निजी जिंदगी को सादगीपूर्ण रखते हैं.
नीतीश के गांव में बही विकास की गंगा
नीतीश के गांव कल्याण बिगहा में काफी विकास हुआ है. गांव में थाना, सरकारी आईटीआई, पूर्वोत्तर भारत का सबसे समृद्ध इनडोर शूटिंग रेंज, प्लस- टू स्तरीय विद्यालय, रेफरल अस्पताल, 50 मीटर आउटडोर शूटिंग रेंज (प्रस्तावित), विद्युत उप- केंद्र आदि का निर्माण पूर्व में हो चुका है. 24 घंटे बिजली और पानी की उपलब्धता है. ग्रामिणों का कहना है कि गांव अब शहर जैसा हो गया है. बता दें कि गांव में फिलहाल जश्न का माहौल है. कल से ही मिठाइयां बांटी जा रही है.
नीतीश कुमार की पढ़ाई-लिखाई
नीतिश कुमार ने बख्तियारपुर के गणेश हाई स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की. इसके बाद उन्होंने पटना के बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से 1972 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है. राज्य के बिजली बोर्ड में कुछ दिन काम करने के बाद नौकरी छोड़ दी.
नीतीश कुमार कब-कब ले चुके हैं मुख्यमंत्री पद की शपथ?
नीतीश कुमार इससे पहले 9 बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं…
3 मार्च 2000 को शपथ ली थी. कार्यकाल 10 मार्च तक चला था.
24 नवंबर 2005 को गांधी मैदान में शपथ ली, कार्यकाल 25 नवंबर 2010 तक रहा.
26 नवंबर 2010 को गांधी मैदान में शपथ ली और कार्यकाल 19 मई 2014 तक चला.
22 फरवरी 2015 को शपथ ली, कार्यकाल 19 नवंबर 2015 तक रहा.
20 नवंबर 2015 को शपथ ली, कार्यकाल 26 जुलाई 2017 तक रहा. शपथ समारोह गांधी मैदान में हुआ.
एक दिन बाद 27 जुलाई 2017 को फिर शपथ ली. कार्यकाल 12 नवंबर 2020 तक रहा.
16 नवंबर 2020 को शपथ लेकर सीएम बने, 9 अगस्त 2022 को कार्यकाल खत्म हुआ.
10 अगस्त 2022 को शपथ ली, कार्यकाल 28 जनवरी 2024 तक चला.
28 जनवरी 2024 को शपथ लेकर सीएम बने, 19 नवंबर 2025 को इस्तीफा दिया।
20 नवंबर को सीएम पद की शपथ ली।
( पटना से अशोक झा की रिपोर्ट )
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