- राहत बचाव कार्य जारी, जन जीवन अस्तव्यस्त, बानरहाट बाजार में पानी
- कई स्थानों से सड़क कटी, राहत बचाव शिविर पहुंच रहे लोग
- पीएम मोदी ने जताया शोक , मौसम विभाग का कई क्षेत्रों में अलर्ट
उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग जिले में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। रातभर हुई भारी बारिश ने पूरे उत्तर बंगाल में तबाही मचा दी है। लगातार हो रही वर्षा से दार्जिलिंग के मिरिक और सुखिया पोखरी इलाकों में कई जगह भूस्खलन हुआ, जिसमें अब तक 21लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन हुआ है। पुल ढह गए हैं। सड़कें तबाह हो गई हैं। मिरिक में एक के बाद एक मौत की खबरें सामने आ रही हैं. मिरिक में 11, सुखिया में 10 लोगों की मौत हो गई है। पीएम मोदी ने दुःख जताया है।सांसद राजू विष्ट लगातार आईटीबीपी और केंद्रीय एजेंसियों से सहयोग लेकर राहत बचाव में लगे है। राज्य के विरोधी दल नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि राज्य प्रशासन कार्निवाल में व्यस्त है। लोगों के जान मॉल से उन्हें कोई लेना देना नहीं। अब सीएम जा रही है तो प्रशासन सक्रिय दिखा रही है। इस आपदा में कुल 21 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। मिरिक से सात शव पहले ही बरामद किए जा चुके थे। इसी प्रकार सिलीगुड़ी डाब ग्राम फूलबाड़ी, खपरैल, बालासन,बनवासी, गोयरकाटा, नागराकाटा जैसे इलाकों में भूस्खलन हुआ है। इस कारण पहाड़ियों के पास के घरों और नदी के पास के घरों से लोगों को जल्द से जल्द निकालने की कोशिश की जा रही हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने जताया दुख: पीएम नरेंद्र मोदी ने इस आपदा में दार्जिलिंग में एक पुल दुर्घटना में जान गवाने वालों के लिए सवेंदना प्रकट की है। पीएम ने एक एक्स पोस्ट में कहा, 'दार्जिलिंग में एक पुल दुर्घटना में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुःखी हूं।जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारी बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर दार्जिलिंग और आसपास के इलाकों की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. हम प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सांसद राजू विष्ट लागतार इसपर नजर रख रहे है। अधिकारियों का कहना है कि बचाव और राहत का काम जारी है. मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है. वहीं तीस्ता बाजार इलाका पानी में डूबा हुआ है. पानी सड़क के ऊपर बह रहा है. लगातार बारिश के कारण कई इलाके ध्वस्त हो रहे हैं. इससे सिक्किम और दार्जिलिंग-कलिम्पोंग के बीच संचार व्यवस्था टूट गई है।इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उप-हिमालयी जिले के साथ-साथ कलिम्पोंग, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी अलीपुरद्वार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने रविवार के लिए चेतावनियों में अलीपुरद्वार के लिए रेड अलर्ट जारी है, जबकि कूचबिहार, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग जलपाईगुड़ी के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. हालांकि, आरएमसी कोलकाता के अनुसार, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी अलीपुरद्वार में दोपहर 12 बजे तक अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
दार्जिलिंग बिशप हाउस के पास भूस्खलन: आपदा के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 भी बंद है. दार्जिलिंग बिशप हाउस के पास भी भूस्खलन हुआ है. वहां पत्थर हटाने का काम चल रहा है. मिरिक में फंसे पर्यटकों को बचाने की कोशिश की जा रही है। सिलीगुड़ी और सिक्किम को जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग 717E पर भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया है. भारी बारिश ने उत्तर बंगाल में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। दार्जिलिंग के मिरिक और सुखिया में कई भूस्खलनों के बाद एक बच्चे सहित कम से कम तीन लोगों की जान चली गई है. इन तीन लोगों में से दो की मौत मिरिक के जसबीर बस्ती इलाके में हुए एक बड़े भूस्खलन के बाद हुई।
यह पुल मिरिक और आसपास के इलाकों को सिलीगुड़ी-कुर्सियांग से जोड़ता था। दार्जिलिंग के मिरिक और सुखिया पोखरी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। प्रशासन ने कहा है कि बचाव अभियान जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। लगातार बारिश के कारण दार्जिलिंग और सिक्किम के बीच सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। कई मुख्य मार्गों पर भारी मलबा जमा होने और पुलों के क्षतिग्रस्त होने से सैकड़ों वाहन फँसे हुए हैं। दार्जिलिंग जिला पुलिस ने बताया कि मौसम अनुकूल होते ही राहत और बचाव कार्य तेज़ किया जाएगा। चित्रे, सेल्फी दारा और अन्य इलाकों में हुए भूस्खलन की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग NH10 कई जगहों पर बंद है। वहीं NH717A पर भी कई जगह भूस्खलन की सफाई का काम चल रहा है। पनबू से कलिम्पोंग जाने वाला मार्ग फिलहाल खुला है, लेकिन तीस्ता बाजार के पास सड़क पर बाढ़ का पानी भर गया है। कोरोनेशन ब्रिज के रास्ते सिक्किम और दार्जिलिंग पहाड़ियों की ओर जाने वाला संपर्क भी पूरी तरह अवरुद्ध है। पुलिस ने यात्रियों से लावा-गोरुबाथन मार्ग का उपयोग करने की अपील की है।दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी के बीच मुख्य सड़क भी बंद पड़ी है। दूधिया में पुल को भारी नुकसान हुआ है और उसे एहतियातन बंद कर दिया गया है। रोहिणी रोड और कर्सियांग में जलभराव के कारण यातायात ठप है। जलपाईगुड़ी और कूचबिहार में भी बाढ़ जैसे हालात हैं और कई जगह बिजली आपूर्ति बाधित हुई है।भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को सुबह सिक्किम के सभी छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, क्षेत्र में गरज-चमक के साथ भारी बारिश, बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चलने की संभावना जताई गई थी। बाद में सुबह 6:40 बजे अलर्ट को ऑरेंज में अपग्रेड किया गया। विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश का यह सिलसिला 7 अक्टूबर तक जारी रह सकता है।
दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन को देखते हुए गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन (GTA) ने सभी पर्यटन स्थलों को बंद करने का निर्णय लिया है। टाइगर हिल, रॉक गार्डन, बतासिया लूप और हैप्पी वैली टी गार्डन जैसे लोकप्रिय स्थल अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही दार्जिलिंग टॉय ट्रेन सेवाएँ भी अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दी गई हैं। प्रशासन ने कहा है कि राहत टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। स्थानीय पुलिस, SDRF और GREF की टीमें भूस्खलन स्थलों पर फँसे लोगों को निकालने में जुटी हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि भूटान क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण अचानक फ्लैश फ्लड की स्थिति भी बन सकती है।
अधिकारियों ने निवासियों और पर्यटकों से घर से बाहर न निकलने, तथा मौसम और सड़क की स्थिति पर अपडेट लेते रहने की अपील की है। दार्जिलिंग की यह आपदा न केवल पर्यटन उद्योग को प्रभावित कर रही है, बल्कि राज्य के उत्तरी हिस्सों में जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर चुकी है।भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार, 5 अक्टूबर को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।।दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग और कूचबिहार जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।।अलीपुरद्वार के लिए रेड अलर्ट लागू है, जबकि
उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिणी दिनाजपुर और मालदा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।।मौसम विभाग ने लोगों को पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे शरण लेने से बचने, और नदी-तालाब जैसे जल निकायों से दूर रहने की चेतावनी दी है। बिजली गिरने और तेज हवाओं से हादसे का खतरा बना हुआ है।।पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच टूटा सड़क संपर्क
लगातार बारिश और भूस्खलन ने पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच सड़क संपर्क पूरी तरह से तोड़ दिया है।
जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी और कूचबिहार जिलों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।।दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी को जोड़ने वाली मुख्य सड़क भूस्खलन की वजह से बंद कर दी गई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 717E, जो सिलीगुड़ी और सिक्किम को जोड़ता है, पर भी पेडोंग और ऋषिखोला के बीच भूस्खलन हुआ है, जिससे रेनॉक होते हुए जाने वाला रूट पूरी तरह ठप हो गया है।।कलिम्पोंग जिले में स्थिति और भी गंभीर है - लगातार बारिश से भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है, कई सड़कें कट गई हैं और कम्युनिकेशन लाइनों में बाधा आ गई है। ग्रामीण इलाकों में बिजली और नेटवर्क सेवा ठप पड़ी है, जिससे राहत कार्य और मुश्किल हो गए हैं।।दुधिया में बालासन नदी पर पुल ढहा
भारी बारिश का सबसे बड़ा असर दुधिया में देखा गया, जहां बालासन नदी पर बना लोहे का पुल पूरी तरह ढह गया। यह पुल सिलीगुड़ी और मिरिक को जोड़ने का मुख्य मार्ग था। पुल टूटने से इस रूट पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप है।नदी के किनारे बसे लोगों में डर का माहौल है, क्योंकि जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। तेज बारिश और भूस्खलन के कारण उत्तर बंगाल में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप है, स्कूल बंद कर दिए गए हैं और पर्यटकों को दार्जिलिंग और कलिम्पोंग की यात्रा टालने की अपील की गई है। ( दार्जलिंग से अशोक झा की रिपोर्ट )
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