- हिंसा में घायल युवाओं से मिलने अस्पताल पहुंची सुशीला कार्की
नेपाल के संसद भंग किए जाने से आठ पार्टियां हुई नाराज
- मणिपुर से मोदी ने दिया नेपाल सरकार को सलाह
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ शनिवार को राजधानी काठमांडू में मामला दर्ज की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओली पर आरोप है कि 8 सितंबर को जब आंदोलन शुरू हुआ था। तब उन्होंने पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर हमले और ज्यादती का आदेश दिया था। ओली ने भारी दबाव के बीच 9 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।आज मणिपुर से पीएम मोदी ने नेपाल की नई सरकार की मुखिया सुशीला कार्की को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल साझा इतिहास और आस्था से जुड़े हैं और आगे भी साथ बढ़ेंगे। पीएम मोदी ने सुशीला जी के प्रधानमंत्री पद की शपथ को महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बताया और कहा कि यह नेपाल के लिए शांति, स्थिरता और प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी। मोदी ने नेपाल के युवाओं के सड़क सफाई और रंगाई-पुताई अभियान की भी सराहना की और कहा कि यह सकारात्मक सोच नेपाल के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। बताया जा रहा है कि कार्की की सरकार का रविवार को कैबिनेट विस्तार हो सकता है। इसके लिए अंतरिम प्रधानमंत्री कैबिनेट विस्तार को लेकर राजनीतिक सलाहकारों से चर्चा कर रहीं हैं। बताया जा रहा है कि मंत्रीमंडल में शामिल होने वाले नामों पर हो सकता है कि रविवार तक निर्णय ले लिया जाएगा।अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की 14 सितंबर को एक छोटी कैबिनेट का गठन करेंगी। कार्की स्वयं गृह, विदेश तथा रक्षा सहित लगभग दो दर्जन मंत्रालयों का प्रभार संभालेंगी. राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, सुशीला कार्की 14 सितंबर को अपना पदभार ग्रहण करेंगी और इसी दिन कुछ ही मंत्रियों को शामिल कर मंत्रिपरिषद का गठन किया जाएगा। प्रदर्शनों के दौरान नेपाल सरकार के मुख्यालय सिंह दरबार को आग लगा दी गई थी।सरकारी सूत्रों के मुताबिक, सिंह दरबार परिसर में ही गृह मंत्रालय के लिए नवनिर्मित भवन को प्रधानमंत्री कार्यालय के रूप में तैयार किया गया है। राजनीतिक दलों ने की संसद भंग करने की आलोचना: नए भवन के आसपास राख हटाने और सफाई का कार्य चल रहा है ताकि प्रधानमंत्री कार्यालय को जल्द से जल्द यहां स्थानांतरित किया जा सके। इससे पहले प्रधानमंत्री कार्की ने शनिवार को काठमांडू के बानेश्वर क्षेत्र में सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहां प्रदर्शनों के दौरान घायल दर्जनों लोगों का इलाज चल रहा है. नेपाल की प्रमुख राजनीतिक दलों और सर्वोच्च वकीलों की संस्था ने राष्ट्रपति के संसद भंग करने के फैसले की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने इसे असंवैधानिक, मनमाना तथा लोकतंत्र पर गंभीर प्रहार करार दिया। भंग हुई प्रतिनिधि सभा (नेपाल की संसद का निचला सदन) के मुख्य व्हिप ने संसद भंग करने के खिलाफ संयुक्त बयान जारी किया।
नेपाल के Gen-Z प्रोटेस्ट में 51 मौतें और सैंकड़ों घायल
Gen-Z प्रदर्शनकारियों द्वारा शुरू हुए आंदोलन ने सोशल मीडिया पर नेपोटिज्म और भ्रष्टाचार के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध से शुरुआत की, लेकिन यह जल्द ही हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, प्रधानमंत्री आवास और अन्य प्रमुख स्थलों में आग लगाई, जिससे 51 से अधिक मौतें और 1,300 से ज्यादा घायल हुए. अंतरिम प्रधानमंत्री पद के लिए सुशीला कार्की का चयन सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल और राष्ट्रपति पौडेल के साथ Gen-Z प्रतिनिधियों की दो दिनों तक चली वार्ताओं के बाद हुआ. भारत ने अंतरिम प्रधानमंत्री का स्वागत किया है और नेपाल में शांति व स्थिरता की उम्मीद जताई है। राष्ट्रपति पौडेल का यह बयान उस समय आया, जब नेपाल के प्रमुख राजनीतिक दलों के तत्काली मुख्य सचेतकों ने संसद की बहाली की मांग करते हुए एक संयुक्त बयान जारी किया. नेपाल के भंग संसद के आठ राजनीतिक दलों ने संसद भंग को असंवैधानिक करार दिया है।इन आठ राजनीतिक दलों में नेपाली कांग्रेस, सीपीएन-यूएमएल, सीपीएन-माओवादी सेंटर, सीपीएन यूनिफाइड सोशलिस्ट, जेएसपी, जनमत पार्टी, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी शामिल है। इन सभी पार्टियों ने संयुक्त बयान में संसद भंग को संविधान पर हमला बताया है. उन्होंने बयान में कहा, 'इस तरह के कृत्य ने नेपाली लोगों के मताधिकार का अवमूल्यन किया है और संवैधानिक सर्वोच्चता और संविधान पर हमला किया है।वहीं, नेपाल की अंतरिम पीएम सुशीला कार्की आज घायल आंदोलनकारियों से मिलने काठमांडू के हॉस्पिटल पहुंची। सुशीला कार्की ने शुक्रवार को ही नेपाल के अंतरिम पीएम पद की शपथ ली है। उन्हें 5 मार्च, 2026 तक संसदीय चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई है। 6 दिनों की हिंसा के बाद काठमांडू के कई इलाकों से कर्फ्यू हटा दिया गया है।गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने नेपाल की संसद पर कब्जा करके आग के हवाले कर दिया था। प्रदर्शन के बाद तत्कालीन पीएम केपी शर्मा ओली समेत कई नेता सेना के सुरक्षा में है। शुक्रवार को सुशीला कार्की ने ली थी अंतरिम पीएम की शपथनेपाल में Gen-Z प्रोटेस्ट के बीच भारी हिंसा हुई थी. हिंसा में लगभग 51 लोगों की मौत हो गई थी और सैंकड़ो लोग घायल हैं. हिंसा के बाद शुक्रवार रात नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश 73 वर्षीय सुशीला कार्की ने नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है. अभी तक प्रदर्शन में Gen-Z ग्रुप की मांग थी कि उन्हें युवा नेता चाहिए यानी Gen-Z पीढ़ी का Gen-Z नेता। लेकिन देश के बेहतर भविष्य और जेनजी को गाइडेंस के लिए एक बेहतर अनुभव की आवश्यकता थी, जिसके बाद सुशीला कार्की को अंतरिम पीएम बनाने का निर्णय लिया गया।
( नेपाल बोर्डर से अशोक झा )
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