रोहतास।धर्मांतरण व गैंगरेप मामले पर बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एक सप्ताह बाद संज्ञान लिया है।मामले की जांच करने पटना से पांच सदस्यीय टीम सासाराम पहुंच स्कूल की कढ़ाई से जांच कर रही है।टीम के पहुंचने से आरोपी स्कूल प्रबंधन के बीच हड़कंप मच गया गया है।बताया जाता है कि जानकारी होते हीं स्कूल के सभी कर्मी फरार हो गए हैं।ज्ञात हो कि इंद्रपुरी के सिकरिया स्थित जेम्स इंग्लिश स्कूल में पहुंच कर यह टीम जांच कर रही है।
लोगों का कहना है आज गांव-गांव में सैकड़ों लोगों को क्रिप्टो क्रिश्चियन बना दिया गया है।इनलोगों का आरोप है कि टीम तो सिर्फ़ वहीं जांच करने जाएगी जहां लिखित शिकायत मिली है।इसके बाद वह जांच करके वापस लौट जाएगी। लेकिन असली धर्मांतरण तो गांवों में हुआ है।आज से 35 साल पहले सासाराम से कोचस के बीच एक भी चर्च नहीं हुआ करता था। लेकिन आज कम से कम 5 या 6 चर्च तो जरूर खुल गये हैं।यह कहाँ से पैदा हुआ? मतलब तेजी से धर्मांतरण हुआ है।रोहतास, बक्सर के अलावा बिहार के अन्य जिलों में भी जोर-शोर यह परिवर्तन किया जा रहा है। क्रिश्चियन संस्था वाले अधिकांश धर्मांतरण इस प्रचार कार्य में संलिप्त हैं।स्कूल तो खुलकर धर्मांतरण कर रहे हैं।बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो दलित हिन्दू के रूप में नौकरी पा गये हैं लेकिन उनकी मान्यताएं ईसाई मत को फॉलो करती हैं।जैसे स्कूल में कोई पूजा का प्रसाद न खाना और अपने आसपास के लोगों को हिन्दू परम्पराओं के ख़िलाफ़ भड़काना आदि शामिल है।बीजेपी के अनुषांगिक संगठनों और प्रशासन की निष्क्रियता से इस तरह धर्म परिवर्तन का धंधा तेजी से फल फूल रहा है। ( अजीत मिश्र की रिपोर्ट )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/