- राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करना एक आतंकवादी हमला- जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष
- धार्मिक जामा पहनाकर राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करना एक आतंकवादी हमला
श्रीनगर की प्रसिद्ध हजरतबल दरगाह में आज चौंकाने वाला दृश्य देखने को मिला। वहां महिलाओं को आगे कर उन्मादी भीड़ ने दरगाह में लगे शिलालेख को तोड़ना शुरू कर दिया। देश के प्रतीक, अशोक चिह्न को टारगेट कर पत्थर से हमला किया गया। कट्टरपंथियों के एक समूहों ने आज दोपहर करीब एक बजे इस घटना को अंजाम दिया है।मिली जानकारी के अनुसार, हजरतबल दरगाह का रेनोवेशन कराया गया था। 3 सितंबर को शिलालेख पर अशोक चिन्ह को लगाया गया था। आज ईद-ए-मिलाद की नमाज पढ़ने लोग हजरतबल दरगाह पहुंचे थे। इस बीच कुछ लोगों ने दरगाह पर लगे इस अशोक चिन्ह को देखकर विरोध जताया। उनमें से कुछ कट्टरपंथियों ने हजरतबल दरगाह में शिलालेख पर लगे इस अशोक चिन्ह को ईंट-पत्थर से तोड़ दिया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। वहीं, इस बीच जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करना एक आतंकवादी हमला - जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष: खबरों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड द्वारा असारी शरीफ हजरतबल दरगाह के पुनर्निर्माण और पुनर्विकास पर एक पत्थर की पट्टिका को तोड़ दिया गया। इस पट्टिका पर देश का राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र था, जिसका विरोध करके कट्टरपंथियों के द्वारा तोड़ दिया गया। इस घटना पर भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने कहा, "यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करना एक आतंकवादी हमला है, और हमलावर एक राजनीतिक दल के गुंडे हैं। इन लोगों ने पहले भी कश्मीर को बर्बाद किया, और अब वे खुलेआम दरगाह शरीफ के अंदर आ गए हैं। हमारे प्रशासक बाल-बाल बचे। भीड़ ने उन पर भी हमला किया।" उन्होंने आगे कहा, "इस भीड़ ने राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करके बहुत बड़ा अपराध किया है। उन्होंने दरगाह की गरिमा को नुकसान पहुंचाया है, और एक बार उनकी पहचान हो जाने पर, उन्हें जीवन भर के लिए दरगाह में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा, और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। "इस्लाम के खिलाफ होने का आरोप: मिली जानकारी के अनुसार, आज ईद-ए-मिलाद की नमाज पढ़ने लोग हजरतबल दरगाह पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि हाल ही में रेनोवेट किए गए हजरतबल दरगाह की पट्टिका पर अशोक चिन्ह लगाया गया है। भीड़ और कट्टरपंथियों ने इसका विरोध किया और इसे इस्लाम के खिलाफ बताया। इस बीच आज दोपहर में देखते ही देखते कुछ कट्टरपंथियों ने देश के राष्ट्रीय चिन्ह को इस पट्टिका से तोड़कर हटा दिया। इस घटना का वीडियो सामने आया है, जिसके बाद मुद्दा तूल पकड़ चुका है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। ( अशोक झा की रिपोर्ट )
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