थलसेना की त्रिशक्ति कोर ने वायुसेना, नौसेना और पैरा-एसएफ (स्पेशल फोर्सेज) के कमांडो के साथ उतरी अभ्यास में
- बंगाल के मुर्शिदाबाद में डैम के पानी पर हेली ऑपरेशन की ड्रिल की
- MI-17 हेलीकॉप्टर के जरिए भारतीय सेना ने किया युद्धाभ्यास
- बांग्लादेश की अस्थिरता का फायदा उठाते हुआ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की बढ़ गई है गतिविधियां
पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर की अमेरिका पहुंचकर भारत को दी गई गीदड़ भभकी दी। कश्मीर का प्रकरण संयुक्त राष्ट्र में है तथा पाकिस्तान उसका समर्थन करता है, ऐसा बयान पाक सेना के फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने दिया । वर्तमान में वे अमेरिका के दौरे पर हैं । इससे पहले भी मुनीर ने कश्मीर पर 'कश्मीर पाक की गर्दन की नस है', ऐसा बयान दिया था तथा उसके पश्चात पहलगाम में आतंकवादी आक्रमण हुआ था । मुनीर ने आगे कहा कि, भारत कश्मीर में अस्थिरता उत्पन्न करने का प्रयास कर रहा है । किसी भी अनुचित कृत्य से इस क्षेत्र में एक बडा संघर्ष हो सकता है । भारत झूठी घटनाओं के बहाने पाकिस्तान पर आक्रमण कर रहा है, ऐसा आरोप मुनीर ने लगाया ।भारत-पाक युद्ध रोकने के लिए ट्रम्प का जताया आभार: ट्रम्प की रणनीति के कारण ही भारत एवं पाक के बीच युद्धविराम हुआ, ऐसा कहते हुए उन्होंने ट्रम्प का आभार माना । इस समय मुनीर ने भारतीय गुप्त एजेंसी 'रॉ' ('रिसर्च एंड एनालिसिस विंग') पर पाक में आतंकवादी गतिविधियों में सम्मिलित होने का आरोप भी लगाया । इस सबके बीच भारतीय सेना ने बांग्लादेश सीमा के बेहद करीब एक बड़ा युद्धाभ्यास फरक्का बैराज पर किया। थलसेना की त्रिशक्ति कोर ने वायुसेना, नौसेना और पैरा-एसएफ (स्पेशल फोर्सेज) के कमांडो के साथ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में डैम के पानी पर हेली ऑपरेशन की ड्रिल की। क्योंकि मुनीर और पाकिस्तानी सेना, निकट भविष्य में भारत के खिलाफ युद्ध को पूर्वी छोर (बांग्लादेश) से छेड़ने की धमकी दे रहे हैं। पिछले साल शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश की अस्थिरता का फायदा उठाते हुआ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की गतिविधियां बढ़ गई हैं। जिसके बाद भारत ने बांग्लादेश सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है।
MI-17 हेलीकॉप्टर के जरिए भारतीय सेना ने किया युद्धाभ्यास: उत्तर बंगाल के सुखना (सिलीगुड़ी) स्थित भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर ने मुर्शिदाबाद स्थित फरक्का बैराज पर बड़ा युद्धाभ्यास किया. इस अभ्यास में वायुसेना के MI-17 वी5 हेलीकॉप्टर ने हिस्सा लिया. बेहद नीची ऊंचाई से हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी तो फरक्का बैराज में गंगा की लहरों पर सेना, वायुसेना और आपदा प्रबंधन बल के जवान अपनी ताकत और फुर्ती का प्रदर्शन किया। रक्षा मंत्रालय के क्षेत्रीय प्रवक्ता के मुताबिक, 6-8 अगस्त के मध्य, सेना और नौसेना के विशेष बलों ने हेलोकास्टिंग तकनीक और भारतीय वायु सेना के MI-17 हेलीकॉप्टर से निम्न-स्तरीय जल प्रवेश का उपयोग किया. हेलोकास्टिंग एक ऐसी विधि है, जिसमें सैनिक पानी के ऊपर कम ऊंचाई पर उड़ रहे हेलीकॉप्टर से उतरते हैं और अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए तैरते हैं या नावों का उपयोग करते हैं, जिससे चुपके से और तेजी से प्रवेश संभव होता है. अभ्यास के दौरान प्रदर्शित संयुक्त कौशल, सटीकता और टीम वर्क ने तीनों सेनाओं के बीच उच्च स्तर की परिचालन तत्परता को प्रदर्शित किया। ISPR और आसिम मुनीर ने बांग्लादेश के जरिए हमला करने की दी है धमकी: कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग, इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन (ISPR) की ओर से कहा गया था कि बांग्लादेश के जरिए भारत पर अटैक किया जाएगा. ऐसे में इस अभ्यास की अहमियत बढ़ जाती है। इन दिनों अमेरिका के दौरे पर गए पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने भी निकट भविष्य में पूर्वी छोर से भारत पर आक्रमण करने की धमकी दी है. आसिम मुनीर के मुताबिक, पूर्वी सीमा पर भारत के अधिक सामरिक ठिकाने हैं।
सेना के त्रिशक्ति कोर के अधिकारी ने दी जानकारी
सेना के त्रिशक्ति कोर के अधिकारी के मुताबिक, यह अभ्यास हमारे सशस्त्र बलों की तालमेल, गति और सटीकता का प्रमाण है. यह इस बात की पुष्टि करता है कि हम हर क्षेत्र, चाहे वह जमीन हो, समुद्र हो या हवा में, सभी विरोधियों के खिलाफ हर स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
1975 में बनकर तैयार हुआ था 240 मीटर लंबा फरक्का बैराज: 240 मीटर लंबे फरक्का बैराज का निर्माण 1975 में पूरा हुआ था और इसके 109 गेट्स के जरिए गंगा का जल प्रवाह भारत और बांग्लादेश की ओर नियंत्रित किया जाता है. पश्चिम बंगाल को भी इसी बैराज के फीडर नहर से सालभर गंगा का पानी मिलता है।
बैराज की रणनीतिक और सुरक्षा महत्व के चलते सेना ने यहां युद्धाभ्यास किया ताकि तैयारियों का परीक्षण किया जा सके। पहलगाम नरसंहार के बाद भारत की ओर से सिंधु जल रोके जाने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और आशंका है कि नापाक इरादा ये है कि भारत की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा सके। ऐसे में भारतीय सेना ने भी कमर कस ली है कि छेड़ोंगे तो छोड़ेंगे नहीं। ( अशोक झा की रिपोर्ट )
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