पवित्र अमरनाथ गुफा हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है अमर नाथ गुफा। अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है क्योंकि इसी जगह पर भगवान शिव ने मां पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था। पुराणों में वर्णन है कि अमरनाथ यात्रा से साधक को 23 तीर्थों के दर्शन करने जितना पुण्य प्राप्त होता है. अमरनाथ यात्रा इस साल कब से शुरू हो रही है आइए जानते हैं डेट और इसका इतिहास।अमरनाथ यात्रा 2025: अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई 2025यानि आज से शुरू हो रही है। 38 दिन तक चलने वाली इस यात्रा का समापन 9 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन होगा। अमरनाथ यात्रा के लिए बुधवार को पहला जत्था जम्मू से रवाना हो गया जो आज बाबा का दर्शन करेंगे। अमरनाथ की गुफा समुद्र तल से लगभग 3,978 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, इसलिए यह यात्रा काफी कठिन होती है.
बाबा बर्फानी का रहस्य:अमरनाथ गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाले बर्फ के शिवलिंग को बाबा बर्फानी कहा जाता है।यह शिवलिंग हर साल श्रावण मास में अपने पूर्ण आकार में आता है और चंद्रमा की कलाओं के साथ घटता-बढ़ता रहता है।।हर साल प्राकृतिक रूप से बर्फ का शिवलिंग कैसे बनता है,ये रहस्या आज भी कायम है। अमरनाथ गुफा का इतिहास: अमरनाथ गुफा की खोज के विषय को लेकर कई मत है। इतिहास के अनुसार 1850 में बूटा मलिक नाम गड़रिए ने इस गुफा की खोज की थी। वहीं एक पौराणिक मान्यता यह भी है कि जब कश्मीर घाटी पानी में डूब गई थी और झील बन गई थी, तब कश्यप ऋषि ने प्राणियों की रक्षा के लिए इस जल को कई नदियों और छोटे-छोटे जल स्रोतों से आगे प्रवाहित कर दिया। इसी दौरान भृग ऋषि हिमालय यात्रा पर थे तब उन्हें अमरनाथ गुफा और शिवलिंग दिखाई दिया, तब से ही अमरनाथ में शिवजी की पूजा की जाने लगी।
क्यों पड़ा अमरनाथ गुफा नाम ?: शास्त्रों के अनुसार शिव ने पार्वती माता को इसी गुफा में अमरता की कहानी सुनाई थी, इसलिए इसे अमरनाथ गुफा कहा जाता है।
अमरनाथ यात्रा का महत्व ?पुराणों के अनुसार बाबा अमरनाथ के दर्शन से काशी में दर्शन का 10 गुना, प्रयाग से 100 गुना और नैमिषारण्य से 1000 गुना अधिक पुण्य मिलता है।12,756 फीट की ऊंचाई पर है अमरनाथ गुफा
जानकारी के अनुसार, पवित्र अमरनाथ गुफा जम्मू कश्मीर में समुद्र तल से 12,756 फीट की ऊंचाई पर है।इस पवित्र गुफा तक पहुंचने के लिए 2 मार्ग हैं। पहलगाम और बालटाल के रास्ते भक्त पैदल चलकर बाबा बर्फानी के दर्शनों तक पहुंचते हैं. कहा जाता है बुटा मलिक नामक एक स्थानीय मुस्लिम चरवाहा ने इस पवित्र गुफा की खोज की थी। अमरनाथ के दर्शन से मिट जाते हैं सब पाप: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बाबा अमरनाथ के दर्शन करने से सब पाप मिट जाते हैं।भगवान शिव ने पवित्र अमरनाथ गुफा में माता पार्वती को अमरत्व की कथा सुनाई थी। हालांकि वे बीच में सो गईं। तो दो कबूतरों ने इस कथा को सुन लिया।शिव जी ने उनको आशीर्वाद दिया कि वे दोनों इस गुफा में शिव और शक्ति के प्रतीक रुप में मौजूद रहेंगे।सुरक्षा के कड़े इंतजाम: हमले के मद्देनजर, अधिकारियों ने इस वर्ष की यात्रा के लिए एक मजबूत तीन-स्तरीय सुरक्षा ढांचा लागू किया है। पहलगाम में लगभग 42,000 सुरक्षा कर्मी तैनात हैं, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 50,000 सीआरपीएफ जवान भी तैनात किए गए हैं।
उन्नत सुरक्षा प्रोटोकॉल: इस वर्ष सुरक्षा प्रोटोकॉल में महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं, जिसमें एआई आधारित चेहरे की पहचान प्रणाली जैसे उच्च तकनीकी समाधान शामिल हैं। पहली बार, सक्रिय आतंकवादियों और अन्य निगरानी सूची में शामिल व्यक्तियों का डेटा इन प्रणालियों में एकीकृत किया गया है। प्रत्येक तीर्थयात्री को वास्तविक समय में ट्रैकिंग के लिए आरएफआईडी टैग जारी किए जाएंगे, जबकि उच्च-रिज़ॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन पूरे तीर्थ यात्रा के दौरान निरंतर निगरानी सुनिश्चित करेंगे। ( अशोक झा की रिपोर्ट )
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