जब IPS पिता ने दी IAS बेटी को सलामी, आंखें नम और सीना गर्व से चौड़ा हो गया
फादर्स डे पर तेलंगाना से आई एक तस्वीर ने पूरे देश को भावुक कर दिया—जहां एक वर्दीधारी पिता ने सलामी दी अपनी IAS बनी बेटी को. यह सिर्फ सलामी नहीं थी, बल्कि एक पिता के सपनों, संघर्षों और बेटी की उड़ान को मिला सबसे खूबसूरत सम्मान था. यह कहानी हर पिता-बेटी के रिश्ते को गर्व और प्रेरणा की नई परिभाषा देती है.
तेलंगाना की धरती पर हाल ही में एक तस्वीर ने देशभर के दिलों को झकझोर कर रख दिया. एक बाप अपनी बेटी को सलामी दे रहा है—लेकिन यह कोई आम सलामी नहीं थी. यह सलामी थी एक पिता की, जिसने अपने खून-पसीने से अपनी बेटी को बड़ा किया और अब वर्दी में उसकी उपलब्धि को गर्व के साथ सलाम कर रहा था.
इस तस्वीर में जो पुलिस अधिकारी सलाम करते दिख रहे हैं, वो हैं एन. वेंकटेश्वरलू, जो तेलंगाना में नारायणपेट के पुलिस अधीक्षक हैं. और जिनको सलामी मिल रही है, वह हैं उनकी होनहार IAS बेटी उमा हरथि, जिन्होंने UPSC 2022 में ऑल इंडिया थर्ड रैंक हासिल कर देशभर में नाम रोशन किया.
सपनों की उड़ान, जो शुरू हुई थी एक पिता की प्रेरणा से
उमा का जन्म तेलंगाना के नलगोंडा जिले में हुआ. पढ़ाई में शुरू से होशियार उमा ने IIT हैदराबाद से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया, लेकिन दिल में कुछ और ही था—देश सेवा का सपना. पिता को वर्दी में देखकर वह हमेशा प्रेरित होती थीं और उसी प्रेरणा ने उन्हें UPSC की राह पर ला खड़ा किया.
चार बार असफलता, लेकिन हिम्मत नहीं हारी
उमा ने चार बार UPSC की परीक्षा दी और हर बार नतीजा निराशाजनक रहा. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने खुद को बेहतर बनाया, गलतियों से सीखा और पांचवें प्रयास में इतिहास रच दिया—IAS में देशभर में तीसरी रैंक के साथ उनका चयन हुआ.
फादर्स डे पर मिला सबसे बड़ा तोहफा
तेलंगाना पुलिस अकादमी में जब उमा ट्रेनिंग पर पहुंचीं, तो वहां उनकी मुलाकात अपने पिता से हुई. लेकिन इस बार बेटी कोई आम बेटी नहीं थी, बल्कि एक IAS अधिकारी. भावुकता से भरे उस पल में जब एसपी वेंकटेश्वरलू ने बेटी को सलामी दी, तो दोनों की आंखें भर आईं और वह तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो गई.
एक बेटी जो सिर्फ अपने लिए नहीं, पूरे देश के लिए बनी मिसाल
उमा हरथि सिर्फ एक सफल IAS नहीं, बल्कि वह हज़ारों बेटियों के लिए उम्मीद की एक किरण हैं. उनके पिता की आंखों में जो गर्व छलका, वो हर पिता की आंखों में हो सकता है—अगर बेटी को पंख दिए जाएं उड़ने के.
#fatherday
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