अंतरिक्ष में चला शुभांशु।
अंतरिक्ष में चला शुभांशु,
इकतालीस वर्ष बाद मिशन,
ए एक्स आई ओ एम चार।
बन गुरूप कैप्टन भर उमंग,
उड़ा नाशा केनेडी सेन्टर से यार।।
भारत मां का लाल होनहार,
रचा इतिहास गगन में मगन।
चौदह दिन रहने का लक्ष्य,
रहेंगे अंतरिक्ष निवास गगन।।
भारत का सीना हुआ चौड़ा,
शुभांशु प्रतिभा साहस बल।
इतिहास में,, अटल,,अमिट,
वैग्यानिक सरणि स्वर्णिम कल।।
शुभास्तु तव पथ शुभकामनाएं,
ईश्वर की कृपा मिले तुम्हें ।
जन जन का आशीष है संग,
मां बाप का मधुर स्नेह बल तुम्हें।।,, अटल,, रामाधार पाण्डेय।
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