एकमात्र जीवित यात्री विश्वास कुमार का बयान है कि क्रैश के धक्के से आपातद्वार स्वतः खुल गया था,किन्तु विमान के चित्र से लगता है कि वह मुख्यद्वार को ही आपातद्वार कह रहा है क्योंकि उसकी सीट इकॉनामी क्लास की सबसे आगे की पक्ङ्ति में था । उस द्वार के आगे १८ सीटें बिजनेस क्लास की हैं । क्रैश के धक्के से द्वार खुल गया तो हवा का तेज झोंका आया जिस कारण विश्वास कुमार आग से बच गया । संलग्न रेखाचित्र लन्दन के गार्जियन समाचारपत्र से है । तीसरा संलग्न चित्र है क्रैश साइट का गूगल अर्थ स्क्रीनशॉट,जिसमें “१” है रनवे का अन्तिम बिन्दु,२ है क्रैश का प्रथम बिन्दु जहाँ विमान का टेल है — वह बिल्डिंग है डॉक्टरों का रोयाल मेस,३ है डॉक्टरों के हॉस्टल का उत्तरी छोर जहाँ दीवार क्रैश से क्षतिग्रस्त हुई,४ है उस हॉस्टल “अतुल्य−१” का दक्षिणी छोर जहाँ विमान का ईञ्जन है । मिलिट्री कैण्ट हरे में है जिसके द⋅पू⋅ छोर से क्रैश बिन्दु कुछ ही मीटर पर है । दोहरा पीला चक्र है वह बिन्दु जहाँ हवा में ही प्लेन ने नीचे गिरना आरम्भ किया,अर्थात् इञ्जन में ईंधन समाप्त हो गया । अतः लगभग ५ सेकण्ड हवा में उड़ने पर ही ईंधन चुक गया,फिर भी बोइंग कम्पनी के भाड़े के टट्टू मुझे गरिया रहे हैं कि ईंधन चुकने की समस्या नहीं थी,अर्थात् पॉयलट दोषी था!
अमरीका की सबसे बड़ी आन्तरिक फ्लाइट कम्पनी डेल्टा की पॉयलट कैप्टन Andrea Ratfield ने कम्पनी के मैनेजमेण्ट को सूचना दी कि विमान में फ्लाइट सेफ्टी नियमों का उल्लङ्घन हो रहा है,सुधार करने की बजाय Andrea Ratfield को नौकरी से हटा बिया गया । वह मुकदमा जीत गयी और सिद्ध हो गया कि खर्च बचाने के लिए कम्पनी जानबूझकर नियमों को ताकपर रख रही थी ।
कई लोग तुर्की की मेण्टेनेन्स कम्पनी पर ठीकरा फोड़ रहे हैं,जबकि मेण्टेनेन्स कम्पनी पर ग्राउण्ड क्लीयरेन्स का भार नहीं रहता । विमान में गड़बड़ी पकड़ाने पर ही मेण्टेनेन्स कम्पनी को सूचना दी जाती है ।
हो सकता है मेण्टेनेन्स कम्पनी ने विमान की इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली में कोई हैकिंग सॉफ्टवेयर डालकर फ्यूअल सप्व्लाई में रिमोट सैबोटेज किया हो । एक ब्लैक बॉक्स मिल चुका है,दूसरा जले हुए कबाड़े में ढूँढा जा रहा है । पूरी जाँच में बहुत समय लगेगा ।
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