अधूरी यात्रा।
अहमदाबाद से उड़ान भरी,
लंदन को वायु यान भर यात्री।
झण में क्रैश हुआ अनहोनी,
गिरा धड़ाम आग फैली धुंआ धुंआ हुआ चहुं ओर।
थे सवार भारतीय विदेशी जन, थीं बहुत आशाएं।
सबके सब काल कवलित हो, जगती तल छोड़ चले।
,सच है क्षणभंगुर देह कब,
क्या होगा विधाता ही जाने।
अपने,सब सपने हुए, अटल,
धरे रह गए सपने सबके।
शक्ति दें प्रभु दुःख सहन करें इष्ट स्वजन बन्धु अपने।
डबल इंजन हुए नाकामयाब
शोध गहन हो सुविचार हो।
हे ईश्वर दें सुगति दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें।
देश में व्याप्त जन मन में शोक दुःख पीड़ा हरें।।,,
अटल,, रामाधार पाण्डेय।
#planecrashahmedabad
#AhmedabadTragedy
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/