देश के चार राज्यों की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। आपको बता दें कि ये चार राज्य हैं गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल। चुनावी नतीजे 23 जून को आएंगे। मालूम हो कि गुजरात में दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिनके नाम हैं कादी और विसावदर। बंगाल में नदिया ज़िले की कालीगंज विधानसभा सीट पर 19 जून को उपचुनाव होने जा रहा है। पश्चिम बंगाल के कालीगंज में उपचुनाव: पश्चिम बंगाल में टीएमसी विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन के बाद कालीगंज में उपचुनाव हो रहा है. सत्तारूढ़ टीएमसी ने महिला और अल्पसंख्यक मतदाताओं दोनों को एकजुट करने के मकसद से उनकी बेटी अलीफा अहमद को मैदान में उतारा है। बीजेपी ने जमीनी स्तर के पार्टी पदाधिकारी आशीष घोष को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस-वाम गठबंधन ने काबिल उद्दीन शेख को उम्मीदवार बनाया है। तीनों पार्टियों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। चुनाव आयोग के मुताबिक कुल दो लाख 52 हजार 670 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें एक लाख 30 हजार 363 पुरुष और एक लाख 22 हजार 303 महिलाएं शामिल हैं। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ। जो शाम 6 बजे तक चलेगा. जबकि सभी राज्यों के चुनावी नतीजे रविवार (22 जून) को घोषित किए जाएंगे. सभी पांचों सीटों पर वोटों की गितनी रविवार को होगी उसी दिन शाम तक नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे।चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए 309 मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र बलों को राज्य पुलिस के साथ तैनात किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, कुल 14 कंपनियां केंद्रीय बल की तैनाती की गई है, जो 13 पंचायत क्षेत्रों में फैले 209 संवेदनशील बूथों पर निगरानी रख रही हैं।मंगलवार को चुनाव प्रचार समाप्त होते ही मतदान कर्मियों ने अपने-अपने केंद्रों के लिए रवाना होना शुरू कर दिया, जहां पहले से ही सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई थी।यह उपचुनाव त्रिकोणीय मुकाबले में तब्दील हो गया है, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है।तृणमूल कांग्रेस ने दिवंगत विधायक नसीरुद्दीन अहमद की बेटी अलीफा अहमद को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने आशीष घोष और कांग्रेस ने वाम मोर्चा के सहयोग से कबील उद्दीन शेख को मैदान में उतारा है। नसीरुद्दीन अहमद इस सीट का दस वर्षों तक प्रतिनिधित्व कर चुके थे। उनके निधन के चलते यह उपचुनाव कराया जा रहा है।चुनाव आयोग और जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं।
यह इसीलिए भी काफी अहम माने जा रहे हैं क्योंकि पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहले चुनाव है. इनमें सामने आएगा कि जनता किसकी तरफ जाती है। किन 5 सीटों पर उपचुनाव: गुजरात की दो विधानसभा सीटों पर आज वोटिंग होनी है. यहां की कडी और विसावदर सीट पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं. कडी सीट पर विधायक करसनभाई पंजाबभाई सोलंकी की मृत्यु के बाद दोबारा चुनाव कराए जा रहे हैं. वहीं, विसावदर सीट पर भी भयानी भूपेंद्रभाई गंडूभाई के इस्तीफे की वजह से उपुचनाव कराया जा रहा है।केरल की नीलांबुर सीट पर पी वी अनवर के इस्तीफे के बाद उपचुनाव कराए जा रहे हैं। वहीं पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर मौजूदा सदस्य गुरप्रीत बस्सी गोगी की मृत्यु की वजह से उपचुनाव हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल की कालीगंज विधानसभा सीट पर मौजूदा विधानसभा सदस्य नसीरुद्दीन अहमद की मृत्यु की वजह से उपचुनाव हो रहे हैं। केरल की नीलांबुर सीट: केरल के चुनाव में कांग्रेस को काफी ज्यादा उम्मीद है. यह सीट वायनाड लोकसभा क्षेत्र के अंदर आती है. वहीं, प्रियंका गांधी की जीत के बाद से ही इस सीट पर कांग्रेस को जीत की उम्मीद है. हालांकि, पार्टी ने पहले ही इस बात को कह दिया है कि नीलांबुर के उपचुनाव 2026 के विधानसभा चुनाव का सेमी-फाइनल है।कांग्रेस ने इस सीट पर इस बार पूर्व विधायक आर्यदान मोहम्मद के बेटे आर्यदान शौकत को मैदान में उतारा है, जबकि एलडीएफ ने एम. स्वराज को अपना उम्मीदवार बनाया है.
गुजरात- काडी-विसावदर सीट: गुजरात में काडी और विसावदर में उपचुनाव हो रहे हैं. कडी में बीजेपी विधायक करसनभाई सोलंकी की मृत्यु के बाद सीट खाली हो गई थी. बीजेपी ने इस सीट पर राजेंद्र चावड़ा, कांग्रेस ने रमेश चावड़ा और आम आदमी पार्टी ने जगदीश चावड़ा को मैदान में उतारा है।विसावदर में मौजूदा विधायक भयानी भूपेन्द्रभाई ने आप से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने अब किरीट पटेल को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने नितिन रणपरिया को मैदान में उतारा है. आप ने पार्टी के प्रमुख नेता गोपाल इटालिया को मैदान में उतारा है. लड़ाई त्रिकोणीय होने की उम्मीद है।पंजाब की लुधियाना सीट: पंजाब की लुधियाना (पश्चिम) सीट पर भी उपचुनाव हो रहे हैं. यह सीट आम आदमी पार्टी और खासकर अरविंद केजरीवाल के लिए काफी अहम है. इस सीट को केजरीवाल के संसद जाने का रास्ता माना जा रहा है. आम आदमी पार्टी ने शहरी सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को मैदान में उतारा है. अरोड़ा का मुकाबला कांग्रेस से भारत भूषण आशु, बीजेपी से जीवन गुप्ता और शिरोमणि अकाली दल से पारुपकर सिंह घुम्मन मैदान में उतरे हैं। ( बंगाल से अशोक झा )
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