बांग्लादेश के चटगाँव हिल ट्रैक्ट्स क्षेत्र के खगराचारी जिले में एक स्कूली छात्रा के साथ गैंगरेप के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। जानकारी के अनुसार खगराचारी सदर उपजिले के एक गांव में एक किशोरी स्कूली छात्रा के साथ स्थानीय बंगाली बसावटवासी समुदाय के लोगों ने गैंगरेप किया।इसके बाद स्थानीय आदिवासी समुदाय में आक्रोश पैदा हो गया। स्थानीय आदिवासी समुदाय के लोग लंबे समय से क्षेत्र में बाहरी बसावटवासियों द्वारा अपने समुदाय की महिलाओं के खिलाफ हिंसा और रेप की घटनाओं का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में इस तरह का एक और मामला सामने आने पर गुइमारा बाज़ार क्षेत्र में सड़कें ब्लॉक कर दीं और विरोध प्रदर्शन करते हुए गैंगरेप के आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी सज़ा की मांग की। चश्मदीद गवाहों ने बताया कि प्रदर्शनकारी पहले शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। बताया जा रहा है कि बसावटकारियों और सुरक्षाबलों में झड़प होने की वजह से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया और सुरक्षाबलों को स्थिति को संभालने के लिए गोलीबारी करनी पड़ी। हालांकि अंतरिम सरकार का कहना है कि गोलीबारी, सुरक्षाबलों ने नहीं बल्कि विरोध प्रदर्शन में अशांति फैलाने वाले लोगों ने की. बांग्लादेशी सेना की मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान जारी करते हुए यूनाइटेड पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूपीएफडी) और उसके सहयोगियों पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है।
3 आदिवासियों की मौत, 4 घायल: गोलीबारी में 3 स्थानीय आदिवासियों की मौत हो गई है. मृतकों की पहचान उजागर नहीं की गई है और उनके शवों को स्थानीय मोर्चरी में रख दिया गया है। इस गोलीबारी में आदिवासी समुदाय के 4 लोग घायल भी हो गए हैं। घायल आदिवासियों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है. इसके साथ ही 13 सैनिक और 3 पुलिसकर्मियों को भी चोट आई है।वहां सेना और पुलिस तैनात कर दी गई है। बयान में कहा गया, “गृह मंत्रालय ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है, जिसमें खगराछारी जिले के गुइमारा में उपद्रवियों के हमले में तीन पहाड़ी लोगों की मौत हो गई और एक मेजर सहित 13 सैन्यकर्मी, गुइमारा पुलिस स्टेशन के ओसी सहित तीन पुलिसकर्मी और कई अन्य घायल हो गए।” मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ जल्द ही जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मंत्रालय ने सभी संबंधित पक्षों से घटना के मद्देनजर शांत रहने और धैर्य रखने का आग्रह किया।
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, चटगांव रेंज के डीआईजी अहसान हबीब पलाश ने कहा, “हमें खबर मिली है कि गुइमारा में हुई झड़प के दौरान हुई गोलीबारी में तीन लोग मारे गए हैं। उनके शव खगराछारी अस्पताल में हैं। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि गोलियां किसने चलाईं या उनकी मौत कैसे हुई। चार अन्य घायल हुए हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।” स्कूली छात्रा से दुष्कर्म के बाद फैल गया तनाव: एक आदिवासी स्कूली छात्रा के साथ कथित दुष्कर्म की घटना को लेकर तनाव फैल गया। पुलिस ने बताया कि ट्यूशन से लौटते समय लड़की से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और उसके माता-पिता व पड़ोसियों ने उसे आधी रात के आसपास शहर के एक सुनसान इलाके में बेहोशी की हालत में पाया था। जम्मु स्टूडेंट्स नाम के एक ग्रुप ने दुष्कर्म के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की, तो झड़पें शुरू हो गईं। पुलिस और स्थानीय सूत्रों ने ढाका ट्रिब्यून को बताया कि प्रदर्शन की खबर मिलते ही सिंधुकचारी जोन के मेजर मोहम्मद मजहर हुसैन रब्बानी और अन्य सैन्यकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्हें सड़क खाली करने को कहा। प्रदर्शनकारियों और सैन्यकर्मियों के बीच बहस हुई और एक समय तो प्रदर्शनकारियों ने सैनिकों पर हमला कर दिया। इसके बाद झड़पें हुईं, जिसमें 11 सैन्यकर्मियों और पत्रकारों सहित कम से कम 20 लोग घायल हो गए। ( बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा )
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