- कौन है जो विकास के रास्ते जा रहे बंगाल और सीमांचल को करना चाहता है अशांत
- बुलाई गई अतिरिक्त फोर्स, आरोपी को लोगो ने पकड़ा, प्रतिमा तोड़ने की बात कबूली पर क्यों तोड़ा जवाब नहीं
देश भर में दुर्गा पूजा की तैयारियों के बीच पश्चिम बंगाल के आसनसोल और बंगाल बिहार सीमांत पुर्णिया के मजगामा हाट से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। महिषीला कुम्हारटोली के प्रसिद्ध शिल्पकार बापी पाल की कार्यशाला से मां दुर्गा की दो प्रतिमाओं के चेहरे चोरी हो गए। वही शुक्रवार को मां दुर्गा की मूर्ति में तोड़फोड़ के बाद लोगों का गुस्सा फूटा है। भीड़ ने आगजनी की है। कई दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स बुलाई गई है। मूर्ति में तोड़फोड़ के आरोप में भीड़ ने एक मुस्लिम युवक को पकड़कर उसकी पिटाई भी की है। लोगों का आरोप है कि युवक ने ही मूर्ति तोड़ी है। पिटाई के बाद लोगों ने युवक के दोनों हाथ रस्सी से बांध दिए। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे छुड़ाया और साथ ले गई।पुलिस की माने तो युवक ने भी कबूल किया है कि उसने ही मंदिर में तोड़फोड़ की है। हालांकि उसने ऐसा क्यों किया है अभी ये साफ नहीं हो पाया है। ऐसे में सवाल उठता है कि कौन है जो सीमांचल में विकास के रास्ते प्रगति में सांप्रदायिकता का जहर घोलने कि कोशिश कर रहा है। धार्मिक त्योहारों में ऐसे लोगों से सभी को सावधान रहते हुए कड़ा मुकाबला करना होगा। *गांव वाले बोले- युवक ने कबूल किया कि उसने मूर्तियां तोड़ीं*गांव के शंकर सिंह ने बताया कि, 'दुर्गा पूजा को लेकर मजगामा हाट में मां दुर्गा की प्रतिमा बनाई जा रही है। कल रात कुछ लोगों ने मंदिर के अंदर से मुस्लिम युवक को बाहर आते देखा था।आज सुबह गांव के मंदिर से होकर गुजर रहे थे, तभी उनकी नजर निर्माणस्थल पर बनाए जा रही मां दुर्गा की क्षतिग्रस्त मूर्तियों पर पड़ी। इसी के बाद गांव में शोर हुआ।इसके बाद आसपास के हजारों लोग मंदिर के बाहर जुट गए। मां दुर्गा की प्रतिमा तोड़े जाने पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। गुस्साए लोगों ने घटना के विरोध में सड़क पर आगजनी करते हुए उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया।'गांव के एक शख्स ने युवक को मंदिर में जाते देखा था*शंकर सिंह ने आगे कहा, 'इस बीच गांव का एक शख्स वहां पहुंचा। उसने बताया कि कल रात उसने मंदिर के अंदर से एक मुस्लिम युवक को निकलते देखा था। उसकी हरकतें संदिग्ध थीं। मगर हड़बड़ी में होने की वजह से उस वक्त गौर नहीं किया। वो उसे देखकर पहचान सकता है।इसके बाद रूप रंग और कद काठी बताने पर लोगों ने उसी पहचान कर ली। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने युवक को पकड़ा और उसकी जमकर पिटाई की।पिटाई पर पूछताछ में युवक ने बताया कि उसने ही मूर्ति तोड़ी है। जिसके बाद लोगों ने रस्सी से उसके हाथ बांध दिए और फिर उसे गांव में घुमाते हुए सामुदायिक भवन ले जाने लगे। तभी घटना की सूचना पाकर अनगढ़ थाना की पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंची।युवक को भीड़ के बीच से निकाला और सामुदायिक भवन के अंदर ले गए। यहां युवक से पूछताछ चल रही है। पुलिस की पूछताछ में भी युवक ने अपना जुर्म कुबूल लिया है। युवक इसी गांव का रहने वाला है।'*मुखिया बोले- ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं करेंगे*मजगामा के मुखिया अबू जागीर ने बताया कि, काफी अफसोसजनक घटना है। किसी भी कीमत पर समाज इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यहां सदियों से सभी समुदाय के लोग मिल जुलकर रहते आ रहे हैं। एक दूसरे के त्योहार को मिलकर मनाते हैं। बंगाल के आसनसोल में प्रतिमा के चेहरे चोरी होने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
जानकारी के मुताबिक, बापी पाल की कार्यशाला से चोरी हुई प्रतिमाओं के चेहरे पास की ही दूसरी कार्यशाला से बरामद किए गए। मूर्ति शिल्पी बापी पाल ने आरोप लगाया कि यह घटना ईर्ष्या और दुर्भावना के चलते की गई है क्योंकि उनके बनाए सांचे किसी के पास नहीं हैं। प्रतिमाओं में से एक को अगले दिन ही पूजा कमेटी को सौंपना था। भीड़ ने आरोपी को पीटा: घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में तनाव फैल गया। गुस्साई भीड़ ने आरोपी प्रीतम ठाकुर को पकड़कर बिजली के खंभे से बांध दिया और जमकर पीटा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और आरोपी को हिरासत में लिया। ( पूर्णिया सीमांत से अशोक झा )
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