भारत और नेपाल के बीच खुली सीमा क्या देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रहा है? यह सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि रक्सौल , पानीटंकी और मधुबनी बॉर्डर के रास्ते भारत में विदेशी घुसपैठ बढ़ रही है। पिछले महीने में केवल रक्सौल बॉर्डर से 10 विदेशी नागरिक पकड़े गए जिनमें 5 चीनी शामिल हैं. सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और निगरानी सख्त कर दी गई है और बॉर्डर पर गश्त बढ़ा दी गई है।
पिछले महीने में 10 विदेशी नागरिक पकड़े गए, जिनमें 5 चीनी शामिल।भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर, निगरानी सख्त की गई है। अचानक बॉर्डर पर घुसपैठ की कोशिश करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है. पिछले एक महीने के अंदर रक्सौल बॉर्डर से करीब 10 विदेशी नागरिकों को घुसपैठ करते हुए पकड़ा गया है. वहीं, भारत नेपाल बॉर्डर के पास मैत्री पुल के पास एक चीनी नागरिक को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया, जो बिना किसी भारतीय वीजा और कागजात के वह भारत में प्रवेश कर रहा था. पिछले एक महीने में रक्सौल बॉर्डर से घुसपैठ करने के आरोप में चीन के पांच, कोरिया के एक, कनाडा से एक, फ्रांस से एक, अमेरिका के एक के साथ खालिस्तान नागरिक भी पकड़ा गया है। एक बार फिर भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने एक चीनी नागरिक को फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई SSB की 41वीं वाहिनी की 'C' कंपनी, पानिटंकी की बॉर्डर इंटरएक्शन टीम ने किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत गलगलिया थाना क्षेत्र से एक किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के पानिटंकी के नए व्यापार एवं पारगमन ब्रिज पर की गई। चीनी नागरिक के पास दो स्विस पासपोर्ट बरामद हुए है। सिलिगुड़ी पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी सिलिगुड़ी के पानीटंकी इलाके के न्यू ब्रिज स्थित ट्रेड एंड ट्रांजिट रूट से हुई, जहां एसएसबी की 41 वीं बटालियन की 'सी' कंपनी नियमित जांच अभियान चला रही थी। इसी दौरान एक व्यक्ति के पास से संदेहास्पद दस्तावेज मिलने पर उसे तत्काल हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के दौरान उस व्यक्ति के पास से दो अलग-अलग नामों से जारी स्विस पासपोर्ट और एक फर्जी नेपाली नागरिकता दस्तावेज बरामद हुआ। पकड़े गए व्यक्ति की असली पहचान क्या है, वह भारत में किस रास्ते से दाखिल हुआ और उसका उद्देश्य क्या था—इन सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। पुलिस ने पुष्टि की है कि वह असल में चीन का नागरिक है। पुलिस के अलावा केंद्रीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि यह कोई सामान्य घुसपैठ नहीं, बल्कि किसी बड़ी साजिश की कड़ी हो सकती है।घटना के बाद भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी गई है। सुरक्षा बलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर बंगाल में भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमाएं पहले भी संदिग्ध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल होती रही हैं, ऐसे में इस गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियां बेहद गंभीरता से ले रही हैं। ( हिंदुस्तान की सरहद से अशोक झा की रिपोर्ट )
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