- करोड़ों रुपए के परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन, सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
- करेंगे लोगों को संबोधित, बंगाल सरकार की बढ़ने वाली है टेंशन
- नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद उनका होगा पहला दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को बिहार और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी दोनों राज्यों में हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। यह उनका 28 दिनों के अंदर दूसरा दौरा होगा। पीएम मोदी कार्यक्रम को लेकर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा है।
भारत-नेपाल बॉर्डर को सुरक्षा कारणों से 18 जुलाई तक सील कर दिया गया है। इस दौरान सभी प्रकार के निजी और व्यावसायिक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। आम लोगों की सीमा क्षेत्र में आवाजाही भी रोक रहेगी। केवल विशेष परिस्थितियों में पहचान पत्र दिखाने पर सीमा पार जाने की अनुमति दी जा सकती है। सुरक्षा के मद्देनजर एटीएस, स्पेशल ब्रांच, डॉग स्क्वॉयड, और बम निरोधक दस्ता सक्रिय कर दिए गए हैं। एसपीजी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मोतिहारी पहुंच चुके हैं। बुधवार को सेना के हेलिकॉप्टर ने कार्यक्रम स्थल और आसपास के इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया गया। 17 जुलाई को मॉक ड्रिल भी किया गया है, ताकि कार्यक्रम के दिन किसी प्रकार की चूक न हो। बिहार के गांधी मैदान के दो किलोमीटर के दायरे को एसपीजी के सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। सभी थानों को अलर्ट मोड में रखा गया है। हेलिपैड, परिसदन और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर जवानों की तैनाती कर दी गई है।पूर्व मध्य रेलवे के जीएम छत्रसाल सिंह, समस्तीपुर डीआरएम विनय श्रीवास्तव और अन्य रेलवे अधिकारी बुधवार को स्पेशल ट्रेन से बापूधाम स्टेशन पहुंचे और वहां से सीधे गांधी मैदान का निरीक्षण किया। संभावना है कि प्रधानमंत्री इस मंच से बिहार को कई नई रेल परियोजनाओं की सौगात भी देंगे।गांधी मैदान और आसपास के क्षेत्रों को सैनेटाइज कर पूरी तरह सुरक्षित बनाया गया है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भाजपा और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से पूरी ताकत झोंक दी है। तैयारियां अब अंतिम रूप दे दिया गया हैं। पीएम मोदी के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। पीएम मोदी बिहार के मोतिहारी और पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे।पीएम मोदी बिहार के मोतिहारी में 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे और दोपहर लगभग 3 बजे दुर्गापुर में विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने के अलावा कुछ प्रोजेक्ट को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का लगभग सुबह 11:30 बजे बिहार दौरा शुरू होगा। वह बिहार से कई नई रेल परियोजनाओं को राष्ट्र के नाम समर्पित करेंगे, जिसमें लागत 580 करोड़ रुपये से अधिक की दरभंगा-समस्तीपुर दोहरीकरण परियोजना भी शामिल है। इससे रेल संचालन की क्षमता बढ़ेगी और देरी कम होगी।
प्रधानमंत्री कई नई रेल परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में पाटलिपुत्र में वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के लिए बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है। लगभग 4,080 करोड़ रुपये की दरभंगा-नरकटियागंज रेल लाइन दोहरीकरण परियोजना का भी शिलान्यास होगा। इससे अधिक यात्री ट्रेन और मालगाड़ियों का संचालन संभव होगा, और उत्तर बिहार की कनेक्टिविटी देश के अन्य हिस्सों से मजबूत होगी।
पीएम राष्ट्रीय राजमार्ग-319 के आरा बाईपास के 4-लेन निर्माण की आधारशिला रखेंगे, जो आरा-मोहानिया राष्ट्रीय राजमार्ग-319 और पटना-बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग-922 को जोड़ता है। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय राजमार्ग-319 के पररिया से मोहनिया तक के 4-लेन खंड का भी उद्घाटन करेंगे, जिसकी लागत 820 करोड़ रुपये से अधिक है। यह खंड आरा शहर को राष्ट्रीय राजमार्ग-02 से जोड़ता है।
इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग-333सी के सारवां से चकाई तक पक्की सड़क के साथ दो लेन का निर्माण शामिल है, जो माल और लोगों की आवाजाही को सुगम बनाएगा और बिहार और झारखंड के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करेगा।
पीएम मोदी दरभंगा में नए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) और पटना में आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम उद्योग और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए अत्याधुनिक इनक्यूबेशन सुविधा का उद्घाटन करेंगे।
बिहार में मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी 'प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना' (पीएमएमएसवाई) के तहत स्वीकृत मत्स्य विकास परियोजनाओं की एक सीरीज का उद्घाटन करेंगे।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी बिहार में लगभग 61,500 स्वयं सहायता समूहों को 400 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी करेंगे। इस दौरान 'प्रधानमंत्री आवास योजना' के तहत 12,000 लाभार्थियों को 'गृह प्रवेश' की चाबियां सौंपी जाएंगी, जबकि 40 हजार लाभार्थियों के लिए 160 करोड़ रुपये की राशि जारी की जाएगी।
बिहार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बांकुरा, पुरुलिया, दुर्गापुर और बर्धमान जिलों समेत पश्चिम बंगाल के अन्य क्षेत्रों को भी तोहफा देंगे।पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में मोदी के इस दौरे को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है क्योंकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की 21 जुलाई को यहां शहीद दिवस रैली करेंगी।
राज्य में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ''प्रधानमंत्री बिहार से दुर्गापुर पहुंचेंगे। सबसे पहले वह एक सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जहां वह विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। इसके बाद वह पार्टी द्वारा आयोजित एक जनसभा को संबोधित करेंगे।''इस महीने की शुरुआत में भाजपा की राज्य इकाई का नया अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य को नियुक्त किये जाने के बाद प्रधानमंत्री का यह पश्चिम बंगाल का पहला दौरा होगा।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक विधानसभा चुनाव से पहले यह तृणमूल कांग्रेस की आखिरी शहीद दिवस रैली होगी, इसलिए बनर्जी इस मंच का इस्तेमाल अपनी मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भाजपा को एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश देने के लिए कर सकती हैं। उम्मीद है कि वह मतदाताओं को लुभाने के लिए नई योजनाओं की भी घोषणा करेंगी। ममता ने बुधवार को कई भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी लोगों के कथित उत्पीड़न और अत्याचार के खिलाफ कोलकाता में विरोध मार्च निकाला था। प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल के बांकुरा और पुरुलिया जिले में लगभग 1,950 करोड़ रुपये की लागत वाली भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीएलसी) सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दुर्गापुर से कोलकाता तक (132 किमी) की नेचुरल गैस पाइपलाइन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जो प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा (पीएमयूजी) परियोजना के तहत जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन का हिस्सा है।पीएम मोदी दुर्गापुर स्टील थर्मल पावर स्टेशन और दामोदर घाटी निगम के रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन की 1,457 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली रेट्रोफिटिंग प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली-फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। रेलवे बुनियादी ढांचे को मजबूती देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुरुलिया में 390 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुरुलिया-कोटशिला रेल लाइन (36 किलोमीटर) के दोहरीकरण कार्य को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री पश्चिम बर्धमान जिले के तोपसी और पंडाबेश्वर में सेतु भारतम कार्यक्रम के तहत निर्मित 380 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले दो सड़क ऊपरी पुलों (आरओबी) का उद्घाटन करेंगे। ( बंगाल से अशोक झा की रिपोर्ट )
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