जम्मू- कश्मीर के कटरा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान भारत में दंगे करवाने की साजिश कर रहा था, लेकिन देश अब हर साजिश का जवाब देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि इस हमले का मकसद भारत में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना और पर्यटन पर निर्भर कश्मीरी लोगों की आजीविका छीनना था।प्रधानमंत्री ने कश्मीर घाटी के लिए पहली रेल सेवा को हरी झंडी दिखाने और चिनाब नदी पर बनाए गए दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल सहित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद कटरा में आयोजित एक जनसभा में पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पर्यटन रोजगार उपलब्ध कराता है और लोगों को जोड़ने वाली कड़ी का काम करता है, लेकिन दुर्भाग्य से पड़ोसी देश मानवता, सद्भाव और पर्यटन का दुश्मन है। मोदी ने कहा, "इतना ही नहीं, पाकिस्तान गरीबों की रोजी-रोटी का भी दुश्मन है। 22 अप्रैल को पहलगाम में जो हुआ, वह इसका उदाहरण है।" पीएम मोदी ने आगे कहा, “पाकिस्तान ने पहलगाम में इंसानियत और कश्मीरियत पर हमला किया। पाकिस्तान का इरादा भारत में सांप्रदायिक दंगे भड़काना था। वह कश्मीर के लोगों की रोजी-रोटी छीनना चाहता था, इसलिए उसने पर्यटकों को निशाना बनाया।"चिनाब रेलवे ब्रिज को इंजीनियरिंग का चमत्कार इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका निर्माण बेहद दुर्गम पहाड़ी इलाकों में किया गया है, जहां भौगोलिक और जलवायु संबंधी चुनौतियां आम है। यह पुल -20 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को सहने में सक्षम है और इसमें एयरक्राफ्ट लेवल सेफ्टी मटीरियल का इस्तेमाल किया गया है। ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज 6 जून है। संयोग से ठीक एक महीने पहले, आज की ही रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कयामत बरसी थी। अब पाकिस्तान कभी भी ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी।पीएम मोदी ने कहा, "ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि इस प्रोजेक्ट ने हमारे कार्यकाल में गति पकड़ी और हमने इसे पूरा करके दिखाया। रास्ते में आने-जाने की मुश्किलें, मौसम की परेशानी, लगातार पहाड़ों से गिरते पत्थर। ये प्रोजेक्ट पूरा करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन हमारी सरकार ने चुनौती को ही चुनौती देने का रास्ता चुना है।" उन्होंने यह भी कहा कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन परियोजनाएं, ये सिर्फ नाम नहीं हैं, ये जम्मू कश्मीर के नए सामर्थ्य की पहचान हैं। भारत के नए सामर्थ्य का जयघोष है।
नई शुरुआत से पर्यटन को होने वाले फायदे का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चिनाब ब्रिज हो या फिर आंजी ब्रिज… ये जम्मू-कश्मीर की समृद्धि का जरिया बनेंगे। इस शुरुआत से टूरिज्म तो बढ़ेगा ही इकोनॉमी के दूसरे सेक्टर्स को भी लाभ होगा। जम्मू कश्मीर की रेल कनेक्टिविटी दोनों क्षेत्रों के कारोबारियों के लिए नए अवसर बनाएगी। यहां की इंडस्ट्री को गति मिलेगी। इससे पहले पीएम मोदी vने जम्मू-कश्मीर में कटरा और श्रीनगर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को शुक्रवार को हरी झंडी दिखाई, जो कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र के बीच पहली ट्रेन सेवा है। साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर को बड़ी सौगात देते हुए चिनाब रेल ब्रिज और अंजी ब्रिज का उद्घाटन किया। फिर रियासी जिले के कटरा में पीएम ने 46 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लिया।क्या है USBRL प्रोजेक्ट :: उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक प्रोजेक्ट कश्मीर को शेष भारत से जोड़ने वाली एक योजना है, जिसकी कुल लागत ₹42,000 करोड़ से अधिक है। यह परियोजना 272 किलोमीटर लंबी है और इसमें कुल 943 पुल, 36 बड़ी सुरंगें, और भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग T-50 (जिसकी लंबाई 12.77 किलोमीटर है) शामिल हैं। कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस:यह हाई-स्पीड ट्रेन सर्विस कश्मीर के पर्यटन सेक्टर के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है। अब यह सेवा कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़कर टूरिज़्म बूस्ट दे सकती है। क्यों जरूरी था चिनाब ब्रिज:यह सिर्फ एक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि कश्मीर के लिए सुरक्षा, स्थायित्व और संभावनाओं की गारंटी है। इन परियोजनाओं के ज़रिए स्थानीय लोगों को रोजगार, कारोबार और शिक्षा तक बेहतर पहुंच मिलेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। ( अशोक झा की रिपोर्ट )
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