उत्तराखंड के केदारनाथ धाम के पास आज सुबह एक बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा हो गया। गौरीकुंड क्षेत्र में त्रिजुगीनारायण के पास आर्यन कंपनी का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया जो केदारनाथ धाम से फाटा जा रहा था।दुघर्टना की सूचना पर प्रशासन ने राहत एवं बचाव दल मौके के लिए रवाना किया है। बताया जा रहा है कि आर्यन कंपनी का यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ से फाटा आ रहा था, जो जंगल के पास जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। गौरीकुंड में ऊंचाइयों के पास घास संग्रह करने वाली महिलाओं ने यह जानकारी दी। जिसके बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। अन्य जानकारी जुटाई जा रही है।NDRF की टीमों ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. हेलीकॉप्टर आर्यन कंपनी का था, क्रैश होने की वजह खराब मौसम बताया जा रहा है। हादसे की जानकारी पर मीडिया रिपोर्ट्स में उत्तराखंड एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी मुरुगेशन के हवाले से बताया जा रहा है कि देहरादून से केदारनाथ जा रहा हेलिकॉप्टर गौरीकुंड में लापता हो गया था, इसके बाद इसके क्रैश होने की बात सामने आई। हाल ही में हेलिकॉप्टर की लैंडिंग बीच सड़क पर: इससे पहले भी चारधाम यात्रा के दौरान अलग-अलग धामों पर कई हेलिकॉप्टर क्रैश होने की खबरें, इमरजेंसी लैंडिंग की खबरें आईं. एक हेलिकॉप्टर की लैंडिंग बीच सड़क पर भी कराई गई थी। सुरक्षा के लिए किए गए ये बदलाव: सुरक्षा के मद्देनजर केदारनाथ रूट पर हेलिकॉप्टर के 60 फेरे घटाए गए हैं. ऐसा बताया जाता है कि वहां रोज हेलिकॉप्टर 200 से 250 फेरे लगाते हैं. नए नियम के मुताबिक एक घंटे में 2 बार हेलिकॉप्टर उड़ेंगे। 8 घंटे में कुल 16 बार हेलिकॉप्टर उड़ पाएंगे।हेलिकॉप्टर में पायलट सहित सात लोग सवार थे, जिनमें छह यात्री शामिल थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है, जबकि अन्य के बारे में अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हादसा सुबह करीब 5:20 बजे हुआ, जब हेलिकॉप्टर केदारनाथ धाम से यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी की ओर जा रहा था। बताया जा रहा है कि खराब मौसम और तकनीकी खराबी के कारण हेलिकॉप्टर अपने रास्ते से भटक गया और गौरी माई खार्क के ऊपर जंगली ढलान पर क्रैश हो गया। उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) के अनुसार, हेलिकॉप्टर में सवार यात्री उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के रहने वाले थे, जिनमें पांच वयस्क और एक बच्चा शामिल था।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "रुद्रप्रयाग जिले में हेलिकॉप्टर दुर्घटना का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और अन्य बचाव दल राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। मैं बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूँ।"राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू कर दिया। गढ़वाल रेंज के इंस्पेक्टर जनरल राजीव स्वरूप ने बताया कि दुर्घटना स्थल एक दुर्गम क्षेत्र में है, जिसके कारण बचाव कार्य में चुनौतियां आ रही हैं।अधिकारियों ने बताया कि केदारनाथ घाटी में उस समय मौसम अत्यंत खराब था, जिसके कारण हेलिकॉप्टर का संतुलन बिगड़ गया। प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी और खराब दृश्यता को हादसे का प्रमुख कारण माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने हेलिकॉप्टर को जंगल में गिरा हुआ देखा और प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद बचाव दल मौके पर पहुंचे।यह है पांचवां हादसा: यह हादसा इस साल मई में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से छह सप्ताह में पांचवां हेलिकॉप्टर हादसा है। इससे पहले 7 जून को भी एक हेलिकॉप्टर को तकनीकी खराबी के कारण गुप्तकाशी में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी, जिसमें सभी यात्री सुरक्षित थे।बचाव कार्य अभी जारी हैं और प्रशासन की ओर से अधिक जानकारी का इंतजार है। यह घटना चारधाम यात्रा के दौरान हेलिकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल उठा रही है। ( उत्तराखंड से अशोक झा )
गौरीकुंड हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एक बच्चे समेत सात लोगों की मौत
जून 15, 2025
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