पंद्रह जून को दुनिया फादर्स डे मनाएगी। जिन बच्चों के मां-बाप हैं वह इसके लिए खास तैयारी कर रहे हैं। फादर्स डे की पूर्व संध्या पर कोरोना की पहली लहर में ऑक्सीजन के अभाव में पिता को खो चुकी एक मासूम बच्ची ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को मार्मिक खत लिखा है। इस खत में मासूम की पापा की कमी खलने के साथ मां का एक छत के लिए सालों से चल रहे संघर्ष की भी झलक है। इस मासूम बेटी का नाम है श्रेया बनर्जी, ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक ईकोविलेज-2 में घर बुक कराएं उसके पापा अब दुनिया में नहीं हैं। इस बेटी ने पापा संग ग्रेटरनोएडा में घर का सपना देखने संग ढेरों भविष्य की योजनाएं बनायी थी। कोरोना की पहली लहर में ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ चुके पापा की कमी खलने के साथ उसकी पढ़ाई से लेकर एक घर के लिए किस तरह ईएमआई से लेकर मकान का किराया उसकी मां दे रही हैं, वह पीड़ा इस खत में लिखी है। सुपरटेक ईकोविलेज के बिल्डर आरके आरोरा ने इस मासूम बच्ची संग हजारों होमबायर्स के सपनों को रौंदने के साथ सड़क पर ला दिया है। यूपी रेरा से लेकर सुप्रीमकोर्ट तक एक घर के लिए भागदौड़ कर रहे होमबायर्स का संघर्ष किसी से छिपा नहीं है। फादर्स डे की पूर्व संध्या पर श्रेया बनर्जी का खत पढ़ने के बाद किस तरह गौतमबुद्धनगर जिले में घर खरीदार बिल्डरों के साथ ठगी के शिकार हुए हैं,इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। मां परोमिता बनर्जी के साथ रह रही इस बेटी के पीड़ा की स्याही से स्कूल नोटबुक पर लिखे खत को देखकर किसी के भी आंखों में आंसू छलक सकते हैं। इस बेटी के दर्द को देखकर राष्ट्रपति सचिवालय क्या कदम उठाता है? इसका इंतजान है। मासूम बेटी के खत का हिंदी अनुवाद कुछ यूं हैं।
रिसपेक्टेड प्रेसीडेंट मैम
जय हिंद
रविवार 15 जून को दुनिया में फॉदर डे मनाएगी। मेरे पापा इस दुनिया में नहीं है। उनको पिछली बार जब कोरोना आया था तो उसने हमसे छीन लिया। मैं क्लॉस 4 में ग्रेटर नोएडा के स्कूल पढ़ती हूं। मम्मी से कई बार पापा के बारे में पूछती हूं तो वह कहां चले गए तो उनके आंखों में आंसू आ जाता है वह कहती हैं अब वह इस दुनिया में नहीं हैं। मैम जब मेरे पापा साथ रहते थे तो हम लोगों के लिए एक घर का सपना देखे थे। सुपरटेक ईकोविलेज-2 में पापा ने घर बुक कराया था। पापा जब थे तो वह घर के लोन का ईएमआई देते थे, हम सबको कहते थे जल्दी घर मिल जाएगा। पापा चले गए लेकिन घर नहीं मिला। मैम सुपरटेक बिल्डर का मालिक आरके अरोड़ा मेरी मम्मी को बहुत परेशान करता है। घर के लिए बैंक की ईएमआई के साथ जिस किराए के घर पर रहती हूं उसका किराया हर महीने किस तरह देती हैं नहीं मालूम लेकिन उनकी एक छत के लिए संघर्ष देखकर बहुत दुख होता है। मम्मी से पापा के लिए पूछती हूं तो कहती है देश की राष्ट्रपति को तुम अपना पापा मानो। मम्मी ने यह बात बहुत पहले कही थी। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे फॉदर डे पर सेलीब्रेट करने का प्लान बना रहे हैं। मैं मैम आपको अपनी पीड़ा सुनाकर फादर्स डे मनाना चाहती हूं। मम्मी से जब घर के बारे में पूछती हूं तो कहती हैं देश की राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री ही घर बिल्डर से दिलवा सकते हैं। मैम पापा के बिना दुनिया कितनी अधूरी है आपको बता नहीं सकती हूं। आप समझ सकती है। मेरी मम्मी ही मेरे लिए सबकुछ है। मम्मी से कई बार पूछती हूं पापा कब आएंगे तो कहती हैं भगवान से राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री से पूछो। मेरे तमाम सवालों को लेकर वह कभी नाराज होती है तो कभी रोती हैं। मैम आप सुपरटेक बिल्डर से हम लोगों को घर दिलवा दें। मम्मी कहती है पापा ने सब ईएमआई भर दिया जो बचा है उसको मैं भर रही हूं। मम्मी किस तरह घर से काम करके यह सब मैनेज करती हैं, सोचकर बहुत बुरा लगता है। प्लीज प्रेसीडेंट मैम सुपरटेक बिल्डर से हम लोगों को घर दिलवा दें।
आपकी बेटी
आदिश्री बनर्जी
क्लास- 6
ग्रेटर नोएडा
#fatherday
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