प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार की सभा में ममता बनर्जी को मुर्शिदाबाद हिंसा के लिए तो घेरा ही, पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के साथ ही विकास में पिछड़ जाने का भी इल्जाम लगाया। सीधे सीधे तो नहीं, लेकिन अपनी स्टाइल में मोदी लोगों को यही समझा रहे थे कि जब तक डबल इंजन की सरकार पश्चिम बंगाल में नहीं आती, वहां कुछ भी नहीं होने वाला. प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान भारत स्कीम का फायदा भी बंगाल के लोगों को न मिलने का आरोप लगाया, और शिक्षक घोटाले का भी जिक्र किया। वैसे तो मोदी का पूरा भाषण ही ममता बनर्जी के खिलाफ आक्रामक था, लेकिन उनको सबसे ज्यादा बुरा लगा पश्चिम बंगाल में ऑपरेशन सिंदूर के जिक्र का - जिसे लेकर ममता बनर्जी ने इल्जाम लगाया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बंगाल की महिलाओं का अपमान किया है। बीजेपी की सार्वजनिक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने जो बर्बरता की… उसके बाद पश्चिम बंगाल में भी बहुत गुस्सा था… आपके भीतर जो आक्रोश था, आपका जो गुस्सा था, उसको मैं भली-भांति समझता था… आतंकवादियों ने हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने का दुस्साहस किया… हमारी सेना ने उनको सिंदूर की शक्ति का अहसास करा दिया।।प्रधानमंत्री मोदी का कहना था, हमने आतंक के उन ठिकानों को तबाह किया, जिसकी पाकिस्तान ने कल्पना तक नहीं की थी। आतंक को पालने वाले पाकिस्तान के पास दुनिया को देने के लिए कुछ भी पॉजिटिव नहीं है। जब से वो अस्तित्व में आये हैं, तब से सिर्फ आतंक को पाला है। देखा जाये तो मोदी ने करीब करीब वही बातें बोली हैं, जो पश्चिम बंगाल से पहले राजस्थान और गुजरात की रैलियों में कहा है, और मुमकिन है बिहार की रैली में भी वही बातें होंगी - लेकिन ममता बनर्जी को ज्यादा बुरा इसलिए लगा है क्योंकि ये सब पश्चिम बंगाल में भी हुआ है। इसी बीच ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीति शुरू हो गई है। राष्ट्रवाद लगता है, बहुत जल्दी पीछे छूटने वाला है। नजदीक तो बिहार विधानसभा का चुनाव है, लेकिन चुनावी माहौल पश्चिम बंगाल में बनने लगा है। राजस्थान और गुजरात के बाद बिहार पहुंचने से पहले पश्चिम बंगाल में जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली खत्म हुई - ममता बनर्जी ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर धावा बोल दिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर राजनीतिक होली खेलने का आरोप लगाया है। और लाइव डिबेट से लेकर आज ही पश्चिम बंगाल में विधानसभा का चुनाव करा लेने की चुनौती दे डाली है। पश्चिम बंगाल में अभी से एक साल बाद 2026 में विधानसभा के होने वाले हैं। अब तो राजनीति चालू हो गई:
ममता बनर्जी कह रही है, प्रधानमंत्री मोदी ने बंगाल की महिलाओं का अपमान किया है। हम सबका सम्मान करते हैं, लेकिन अपने आत्मसम्मान की कीमत पर नहीं। अगर आप 'ऑपरेशन बंगाल' करना चाहते हैं, तो कल ही चुनाव की तारीख घोषित कीजिये... हम तैयार हैं… बंगाल तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी पर ऑपरेशन सिंदूर का प्रचार करने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी पूछ रही हैं, पहलगाम हमले के दोषी कहां हैं? क्या उन्हें पकड़ा गया? नहीं... लेकिन, आप बंगाल को बदनाम कर रहे हैं।ममता बनर्जी कहती हैं, आज जब हमारी पार्टी के सांसद अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का बचाव कर रहे हैं, तो पीएम हमारे राज्य को बदनाम करने के लिए बंगाल आते हैं।ममता बनर्जी ने संदेशखाली और मुर्शिदाबाद सभी घटनाओं के लिए बीजेपी को ही जिम्मेदार बताया है, और साजिश का आरोप लगाया है।टीएमसी नेता का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के लिए गलत वक्त चुना है।और, प्रधानमंत्री मोदी को चैलेंज करते हुए कहा है, 'अगर हिम्मत है तो आओ मेरे साथ लाइव टीवी डिबेट में बैठो… चाहो तो टेलीप्रॉम्प्टर भी साथ लाना। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने ममता को जवाब देते हुए कहा कि पीएम मोदी पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान और केंद्र की नीतियों पर बात की, साथ ही ममता सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।अलीपुरद्वार में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह 'सिंदूर खेला' की धरती पर आए हैं तो आतंकवाद को लेकर भारत के नए संकल्प की चर्चा स्वाभाविक है।मजूमदार ने ममता बनर्जी की भाषा शैली पर सवाल उठाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना यह दर्शाता है कि ममता बनर्जी में राजनीतिक परिपक्वता और शिक्षा की कमी है। ऐसी सोच रखने वाली व्यक्ति मुख्यमंत्री पद के लायक नहीं है।”क्या बोले सुकांत मजमूदार?: सुकांत मजमूदार ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ यह पूछा था कि पश्चिम बंगाल में विश्वकर्मा योजना और आयुष्मान भारत योजना को लागू क्यों नहीं किया गया। इसके जवाब में ममता बनर्जी ने कहा कि अगर योजना लागू करनी है, तो पोस्टर और होर्डिंग्स पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर नहीं होनी चाहिए। इस पर मजूमदार ने तंज कसते हुए कहा, “फिर वो किसकी तस्वीर चाहती हैं? पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की? सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी को सलाह दी कि वह ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में पश्चिम बंगाल में तिरंगा यात्रा निकालें। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर हमारे सशस्त्र बलों की एक बड़ी जीत है। इसका जश्न पूरे देश को मनाना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस को भी यह सम्मान देना चाहिए और अपने गढ़ डायमंड हार्बर में तिरंगा यात्रा निकालनी चाहिए। ममता बनर्जी के इस बयान से मचा बवाल: यह टिप्पणी ममता बनर्जी के उस बयान के बाद आई जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के अलीपुरद्वार भाषण की आलोचना करते हुए कहा था, “मोदी जी ने आज जो कहा, वह सुनकर हम स्तब्ध हैं। जब विपक्ष देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है, तब इस तरह की बातें करना दुखद है। भाजपा के एक मंत्री ने यहां तक कह दिया कि ऑपरेशन सिंदूर की तरह अब ऑपरेशन बंगाल करेंगे। मैं चुनौती देती हूं कि अगर हिम्मत है, तो कल ही चुनाव करा लें। बंगाल तैयार है!ममता बनर्जी ने भाजपा पर राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा, “आप उस समय भी विपक्ष की सरकार को दोष दे रहे थे जब वह आतंकवाद के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी थी। आपने हमेशा विपक्ष को झूठे आरोपों से घेरा है। आप झूठ और जुमलों की राजनीति करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगी, लेकिन याद रखिए, हर महिला की अपनी गरिमा होती है।” इस बयानबाजी के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में गर्मी बढ़ गई है और आने वाले दिनों में चुनावी टकराव और तीखा हो सकता है। ( बंगाल से अशोक झा )
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