20025 में 6/7 मई की रात को भारत द्वारा पाकिस्तान स्थित आतंकी अड्डों पर की गई कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारत से सटे इलाकों में भारी गोलाबारी की है। इसी बीच एक तस्वीर के जरिए दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान से लड़ते हुए महिला लेफ्टिनेंट किरण शेखावत शहीद हो गई हैं। दावे का सच जानने के लिए हमने तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान 1 मार्च 2023 को एक इंस्टाग्राम पोस्ट में यह तस्वीर मिली। पोस्ट में महिला सैन्य अधिकारी किरण शेखावत के बारे में विस्तार से बताया गया है। पोस्ट में यह भी बताया गया है कि 5 जुलाई 2010 को उन्हें भारतीय नेवी में कमीशंड पोस्ट मिला था। इंस्टा पोस्ट में बताया गया है कि 24 मार्च 2015 को एक विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव से जोड़कर सोशल मीडिया एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है कि भारतीय सेना की किरण शेखावत नामक एक महिला अफसर शहीद हो गई हैं। साथ ही, ये भी कहा जा रहा है कि 27 साल की किरण देश की पहली महिला सैनिक बन गई हैं जो ड्यूटी पर रहते हुए वीरगति को प्राप्त हुईं। किरण भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट थीं. 24 मार्च, 2015 की रात को गोवा में वो एक डॉर्नियर निगरानी विमान में पर्यवेक्षक को तौर पर मौजूद थीं। ये विमान क्रैश हो गया जिसमें किरण की जान चली गई। कुछ दूसरी खबरों में बताया गया है कि उनके साथ अभिनव नागौरी नाम के एक दूसरे लेफ्टिनेंट की भी मौत हुई थी। किरण राजस्थान के झुंझुनू की रहने वाली थीं।उनकी शादी भी एक नेवी अफसर से हुई थी। किरण को ऑन ड्यूटी जान गंवाने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अफसर के तौर पर जाना जाता है। राजस्थान के झुंझुनूं जिले की खेतड़ी तहसील के छोटे से गांव सेफरागुवार के विजेन्द्र सिंह शेखावत के घर 1 मई 1988 को बेटी जन्मी। नाम रखा गया किरण शेखावत । उस समय तो किसी ने सोचा तक नहीं था कि यह बेटी ऐसा इतिहास रचेगी जिस पर पूरे देश को गर्व होगा।
पिता की पोस्टिंग के कारण किरण ने अपनी स्कूली शिक्षा विशाखापत्तनम के केंद्रीय विद्यालय-2 से पूरी की और आंध्र विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की।किरण शेखावत ने वर्ष 2010 में भारतीय नौसेना ज्वाइन की थी। इसके बाद उनकी शादी गांव कुर्थला निवासी विवेक छोकर के साथ 5 फरवरी 2013 को हो गई। विवेक छोकर भी भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट हैं। किरण के ससुर श्रीचंद और पिता विजेन्द्र सिंह शेखावत भी भारतीय नौसेना में अधिकारी रह चुके हैं। वहीं, किरण की सास सुनीता देवी गांव की सरपंच रह चुकी हैं। इसके अलावा किरण की जेठानी राजश्री कोस्टगार्ड की पहली महिला पायलट हैं। किरण शेखावत ने शहादत से दो माह पहले 26 जनवरी 2015 के गणतंत्र दिवस समारोह में महिला नौसेना टुकड़ी का नेतृत्व भी किया था। किरण शेखावत को सबसे अधिक 750 सफल उड़ानों का गौरव भी प्राप्त है, जोकि नौसेना में अब तक रिकॉर्ड है। अपने समर्पण व प्रतिबद्धता के लिए नौसेना में उन्हें आयरन लेडी के नाम से जाना जाता है। ( अशोक झा की कलम से )
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