आप सिंधु नदी जल समझौता पढ़ेंगे तब आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि नेहरू भारत की नदियों का 80% पानी पाकिस्तान को देने पर दस्तखत किया था और जो सतलज नदी भारत के हिस्से में आई उस पर उसने डैम बनाकर उसका भी पानी नहीं रोका, वह तो जब 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने उसके बाद सतलज नदी पर विशाल डैम बनाकर उसका पानी रोका गया पाकिस्तान ने चालाकी दिखाते हुए इस समझौते में विश्व बैंक को गारंटर बनाया था यानी इस समझौते में तीन लोगों ने दस्तखत किए थे पाकिस्तान के जनरल अयूब खान भारत के जवाहरलाल नेहरू और वर्ल्ड बैंक,
इस समझौते से पाकिस्तान इतना खुश हो गया था की नेहरू को एक खुली जीप में बिठाकर रावलपिंडी की सड़कों पर घुमाया गया था नेहरू के भारत मां पर दिए गए जख्म को नेहरू के द्वारा भारत पर मारे गए खंजर को नरेंद्र मोदी टांका लगाकर धीरे-धीरे जख्म को ठीक कर रहे हैं और हां इस समझौते में एक लाइन है :
"इस समझौते को रद्द करना मतलब युद्ध का ऐलान माना जाएगा"। यानी भारत ने युद्ध का ऐलान कर दिया है। ( संजय तिवारी की कलम से )
चित्र परिचय:
19 सितंबर 1960 का दृश्य जब PM नेहरू ने पाकिस्तान जाकर रावलपिंडी में सिंधु जल समझौते पर दस्तखत करके भारत को एक और जख्म दिया था।
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